अगले तीन महीने तक ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर लगा विराम, जानिए इसकी वजह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ‘मन की बात’ के 110वें एपिसोड में आज लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण और प्रकृतिक खेती समेत कई मुद्दों पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने इसके आखिर में कहा कि अगले तीन महीने तक ‘मन की बात’ एपिसोड का प्रसारण नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो प्रसारण मन की बात का 110वां एपिसोड रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित हुआ, जो साल का उनका दूसरा कार्यक्रम रहा।
अगले तीन महीने नहीं होगी ‘मन की बात’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह अगले तीन महीने तक अब ‘मन की बात’ कार्यक्रम को नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा, “मन की बात की सामूहिक शक्ति की, उपलब्धि की बात होती है। यह एक तरह से जनता का, जनता के लिए, जनता के द्वारा तैयार होने वाला एक कार्यक्रम है। अब अगले तीन महीने तक ‘मन की बात’ का प्रसारण नहीं होगा।”
उन्होंने कहा, “देश में लोकसभा चुनाव का माहौल है और जैसा कि पिछली बार हुआ था, ऐसे में संभावना है कि मार्च में आचार-संहिता लागू हो जाएगी। ये ‘मन की बात’ एक बहुत बड़ी सफलता है। अब जब आपसे संवाद होगा, तो वो ‘मन की बात’ का 111वां एपिसोड होगा। अगली बार ‘मन की बात’ की शुरुआत 111 के शुभ अंक से हो तो इससे अच्छा क्या होगा।”
2014 में शुरू हुआ प्रसारण
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यह कार्यक्रम प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को प्रसारित किया जाता है। 3 अक्टूबर, 2014 को लॉन्च किए गए ‘मन की बात’ का उद्देश्य भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़ना है, जिसमें महिलाएं, बुजुर्ग और युवा शामिल हैं।
इस मंच के माध्यम से, पीएम मोदी सरकारी पहलों, नीतियों और कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रसारित करते हैं। ‘मन की बात’ 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित होती है, जिनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं। मन की बात का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक प्रसारण केन्द्रों द्वारा किया गया।
नारी शक्ति पर डाला प्रकाश
गौरतलब है कि रविवार को अपने ‘मन की बात’ के 110वें संस्करण में पीएम ने कहा था कि देश में नारी शक्ति हर क्षेत्र में प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रही है। उन्होंने कहा, “कुछ दिनों बाद 8 मार्च को हम महिला दिवस मनाएंगे। यह विशेष दिन देश की विकास यात्रा में नारी शक्ति के योगदान को सलाम करने का अवसर है। महान कवि भरतियार जी ने कहा है कि दुनिया तभी समृद्ध होगी जब महिलाओं को समान अवसर मिलते हैं। नारी शक्ति (महिला शक्ति) हर क्षेत्र में प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रही है।”
‘नमो ड्रोन दीदी’ का किया जिक्र
पीएम ने पिछले साल पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना पर भी प्रकाश डाला और कहा कि इस पहल ने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के जीवन में बदलाव लाया है। उन्होंने कहा, “कुछ साल पहले तक किसने सोचा था कि हमारे देश में गांव में रहने वाली महिलाएं भी ड्रोन उड़ाएंगी, लेकिन आज ये संभव हो रहा है। आज गांव-गांव में ड्रोन दीदी की इतनी चर्चा है, नमो ड्रोन दीदी, नमो ड्रोन दीदी हर किसी की जुबान पर हैं। हर कोई उनके बारे में बात कर रहा है।”
कृषि क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को सशक्त बनाने के एक ऐतिहासिक प्रयास में प्रधान मंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र पहल के तहत 15,000 ड्रोन की तैनाती और महिलाओं (एसएचजी) को ‘ड्रोन दीदी’ बनाना शामिल है। इस ‘ड्रोन की उड़ान’ कार्यक्रम के तहत, ये एसएचजी ड्रोन संचालन और रखरखाव पर प्रशिक्षण लेते हैं।