केदारनाथ हेली सेवा बुकिंग के लिए तीर्थ यात्रियों में काफी उत्साह…

उत्तराखंड चार धाम 2023 यात्रा की शुभांरभ हो चुका है। 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ ही देश-विदेश से तीर्थ यात्री धाामों में दर्शन करने को पहुंच रहे हैं। केदारनाथ धाम के कपाट कल 25 अप्रैल को खुल रहे हैं। केदारनाथ हेली सेवा बुकिंग के लिए तीर्थ यात्रियों में भी काफी उत्साह दिखाई दे रहा है।

लेकिन, केदारनाथ हेली सेवा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को भी कुछ नियमों का सख्ती से पालन करना होता है। ऐसा नहीं करने पर हेली सेवा की टिकट भी रद्द हो सकती है। ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम में केदारनाथ हेली सेवा में सफर आसान नहीं होता है। केदारनाथ धाम के आसपास खराब मौसम से मुश्किलें भी दोगुनी हो जाती हैं।

खराब मौसम हेलीकॉप्टर पायलेट के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं होता है।  तो दूसरी ओर, खराब मौसम तीर्थ यात्रियों को पल-पल डराता भी है। विदित हो कि केदारनाथ धाम में अक्तूबर 2022 में हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें सात तीर्थ यात्रियों की जान चली गई थी।  

केदारनाथ में इससे पहले भी हेलीकॉप्टर हादसे हुए हैं। इसके लिए मुख्य तौर खराब मौसम और कंपनियों की लापरवाही जिम्मेदार रही है। बीस साल पहले एक हेलीकॉप्टर से शुरू यह सेवा अब रोजाना ढाई सौ उड़ान के साथ संचालित हो रही है। दुर्गम हिमालय में स्थित बाबा केदार की दर्शन के लिए 2003 में अगस्त्यमुनि मैदान से पवनहंस के जरिए हेली सेवा की शुरुआत हुई थी।

इसके बाद वर्ष 2006 में प्रभातम कंपनी ने फाटा से ऑपरेशन क्या शुरू किया कि यहां हेली कंपनियों का कारोबार उफान पर आ गया। यात्रा सीजन के दौरान केदाघाटी में एक बार 13 कंपनियां तक संचालित होती थी, अब इनकी संख्या नौ तक सीमित कर दी गई है। केदारनाथ में एक साफ मौसम वाले दिन में ढाई सौ तक उड़ाने संचालित होती हैं।

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