लोकसभा चुनाव के बाद जम्मू में उमर अब्दुल्ला का पहला दौरा
जम्मू कश्मीर में संभावित विधानसभा चुनावों को लेकर विशेष कर जम्मू में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ रही है। भाजपा, कांग्रेस के बाद अब नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने भी गतिविधियां बढ़ाई है। नेकां ने जम्मू संभाग में जनसंवाद को बढ़ाने के लिए सार्वजनिक सभाओं के आयोजन का सिलसिला 21 जुलाई को नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के जम्मू के एक दिवसीय दौरे से शुरू कर रही है।
लोकसभा चुनाव के बाद उमर अब्दुल्ला का पहला जम्मू संभाग का दौरा 21 जुलाई को है। वह सांबा जिला में विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के गुड़ा सलाथिया में रामलीला मैदान में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। उमर अब्दुल्ला के दौरे को लेकर पार्टी की जम्मू प्रांतीय इकाई ने अपनी तैयारियां तेज की है।
नेकां के प्रांतीय अध्यक्ष रत्न लाल गुप्ता ने कहा कि पार्टी जम्मू संभाग में जनसभा की शुरूआत गुढ़ा सलाथिया से करेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में अनंतनाग-राजोरी की सीट में जम्मू संभाग की सात विधानसभा हलके थे, जिनमें पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा था।
सभी सात विधानसभा हलकों में पार्टी उम्मीदवार बड़े मतों से जीते थे। ऐसे में संभावित विधानसभा चुनावों में पार्टी को जम्मू संभाग से बड़ी उम्मीदें हैं। जम्मू संभाग में पार्टी अपनी गतिविधियों में तेजी से विस्तार कर रही है। लोगों की आवाज बन रही है। जम्मू संभाग में आतंकी हमले वर्तमान सरकार की गलत नीतियों का परिणाम हैं।
उमर अब्दुल्ला के दौरे की तैयारियों की समीक्षा की
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला 21 जुलाई को गुढ़ा सलाथिया में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसको लेकर नेशनल कांफ्रेंस के युवा विंग के प्रांतीय अध्यक्ष एजाज जान ने बुधवार को शेर-ए-कश्मीर भवन जम्मू में जिला सांबा की युवा विंग की बैठक की। युवा कार्यकर्ताओं से दौरे को सफल बनाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा।
उन्होंने कहा कि ये सिर्फ एक सभा नहीं बल्कि एक आंदोलन है। बैठक युवा नेशनल कांफ्रेंस के जोनल उपाध्यक्ष हमीद चौधरी ने वर्तमान में युवाओं के सामने आने वाली गंभीर चुनौतियों के बारे में बताया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को पार्टी की नींव को मजबूत करने के लिए अथक परिश्रम करने के लिए प्रोत्साहित किया।
आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे सरकार
जम्मू। जम्मू संभाग में आतंकवादी हमलों में हुई वृद्धि पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए नेशनल कांफ्रेंस के अतिरिक्त महासचिव और पूर्व मंत्री अजय कुमार सढोत्रा ने केंद्र की एनडीए सरकार पर आतंकवाद पर नीतिगत निष्क्रियता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्थिति से निपटने में ढिलाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अच्छा नहीं है। जम्मू-कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति के बड़े-बड़े दावों पर सवाल उठाया। सरकार अपनी पीठ थपथपाने की बजाय, आतंकवाद से निपटने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, नहीं तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाएगी।