फैटी लिवर की समस्या से हैं परेशान, तो शुरु कर दें इन हर्ब्स को खाना

मसाले और हर्ब्स सिर्फ हमारे खाने का ही टेस्ट नहीं बढ़ाते,बल्कि ये हमारी सेहत के लिए भी अनेक तरीकों से फायदेमंद होते हैं। इनका सही समय और मात्रा में उपयोग पाचन को बेहतर बनाने, इन्फ्लेमेशन को कम करने, और शरीर के अंदर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। ये मसाले और हर्ब्स प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं, जो हमारी सेहत को सुधारने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे फैटी लिवर की समस्या से बचा जा सकता है।

यहां ऐसे ही कुछ मसालों और जड़ी बूटियों की जानकारी दी गई है जिनका डेली रूटीन में सेवन से फैटी लिवर की समस्या से बचा जा सकता है। तो आईए जानते हैं इनके बारे में। 

अदरक- अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं,जो लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।यह फैटी लिवर की समस्या से राहत दिलाता है और पाचन को बेहतर बनाता है।

दालचीनी- दालचीनी लिवर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करती है और फैटी लिवर की समस्या को कम करती है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी मददगार है, जो फैटी लिवर से जुड़ी एक अन्य समस्या है।

मेथी- मेथी के बीज लिवर से एक्स्ट्रा फैट को घटाने में मदद करते हैं। यह न केवल फैटी लिवर को ठीक करता है, बल्कि शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी मदद करता है।

नीम- एंटी बैक्टीरियल, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर नीम लिवर को साफ करने और उसकी कार्यप्रणाली को सुधारने में मदद करता है। नीम के पत्तों का सेवन लिवर की सूजन को कम करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।

अजवाइन- अजवाइन लिवर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है और पाचन क्रिया को मजबूत बनाती है। यह फैटी लिवर से राहत दिलाने में सहायक है।

सौंफ- एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर सौंफ लिवर को साफ कर, उसमें जमा जिद्दी फैट को कम करने में मदद करता है। ये लिवर में सूजन को कम करता है।

तुलसी- एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर तुलसी लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करती है और लिवर की कार्यप्रणाली को बढ़ाती है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण लिवर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में सहायक होते हैं।

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