पिता पुलिस इंस्पेक्टर फिर बेटा कैसे बन गया जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाह

पिता पुलिस में इंस्पेक्टर थे और बेटा बन गया जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाह। मोस्ट वांटेड है और उसके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज हैं। नाम है जयपाल भुल्लर उर्फ मनजीत, जिसने विक्की गौंडर व प्रेमा लाहौरिया की मौत के बाद गैंग की कमान संभाली है। जयपाल गौंडर का साथी रहा है और सुक्खा काहलवां हत्याकांड में शामिल रहा है। अब पंजाब पुलिस के सामने भुल्लर से निपटने की चुनौती है।

पिता पुलिस इंस्पेक्टर फिर बेटा कैसे बन गया जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाहसूत्रों के मुताबिक गैंग को संभालने के साथ भुल्लर अपने सभी साथियों को एकजुट करने की तैयारी में लग गया है। जयपाल गैंग में फरीदकोट निवासी तीर्थ सिंह ढिल्लवां, लुधियाना निवासी बिल्ला ख्वाजके, उत्तरप्रदेश का कुख्यात शूटर असलम हैं जो पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में हैं। जयपाल पर 43 संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें फिरोजपुर के सेखों करमीती समेत दोहरे हत्याकांड, तरनतारन और लुधियाना में दो मर्डर, लुधियाना में व्यवसायी पंकज अग्निहोत्री के घर में 60 लाख की लूट, राजस्थान के किशनगढ़ में 2 करोड़ के तांबे से लदा ट्रक लूटने, लुधियाना का चिराग किडनैपिंग केस और एयरटेल शो रूम में डकैती का मामला शामिल है.

जयपाल का एक करीबी साथी चांद महोम्मद उर्फ चंदू फिरोजपुर जेल में है। वह जेल से ही कैंटोनमेंट कांट्रेक्टरों से वसूली का धंधा चला रहा था, जिसकी रिपोर्ट सेना के खुफिया विभाग ने जून 2016 में हाईकमान को भेजी थी। जयपाल का ड्रग रैकेट से भी कनेक्शन था। यह राज 4 जनवरी 2016 को उस वक्त खुला था, जब मोहाली पुलिस ने स्मगलर गुरजंट भोलू को गिरफ्तार किया था। जयपाल के लिंक पंजाब के सीमावर्ती राज्यों ही नहीं बल्कि दक्षिणी भारत में भी हैं।

पिता हैं रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर

फिरोजपुर जिले से संबंधित जयपाल भुल्लर के पिता रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर भूपिंद्र सिंह हैं। हालांकि तमाम एजेंसियां व पंजाब पुलिस की टीमें जयपाल के परिवार पर निगाह बनाए है। फिर भी जयपाल के बारे में पुलिस को कोई पुख्ता इनपुट नहीं मिला है।

गैंगस्टर रॉकी की हत्या के बाद आया था चर्चा में
सूत्रों की माने तो गौंडर व प्रेमा के तमाम साथियों ने जयपाल भुल्लर को अपना बॉस मानते हुए रिपोर्ट देनी शुरू कर दी है। जयपाल उस समय अधिक चर्चा में आया था, जब हिमाचल में गैंगस्टर रॉकी का कत्ल हुआ था। उसने अपनी फेसबुक वॉल पर वारदात वाली फोटो डालकर लिखा था कि 30 अप्रैल को  हिमाचल में रॉकी को उसने ही मारा है। सोलन में चश्मदीद परमपाल पाल और हरप्रीत सिंह के बयान पर हिमाचल पुलिस ने जयपाल व उसके गिरोह पर हत्या का केस दर्ज किया था। इसके बाद जयपाल भुल्लर गौंडर गैंग में पहली कतार में आ गया था।

अपने विरोधियों को भी साधने में जुटा
पंजाब में लगातार पुलिस की ओर से गैंगस्टरों के किए जा रहे एनकाउंटर के बाद अब जयपाल अपने विरोधी गैंगस्टरों के साथ सुलह कर उन्हें भी अपने साथ मिलाने का प्रयास कर रहा है, ताकि इकट्ठे होकर पंजाब पुलिस के चुनिंदा अफसरों को आसानी से निशाना बनाया जाए। हालांकि इस बात की संभावना बहुत कम दिखाई दे रही है कि पुलिस अफसरों को गैंगस्टर आसानी से निशाना बना पाएंगे। जिस हिसाब से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी पंजाब के गैंगस्टरों की मदद कर रही है, उससे किसी भी समय किसी भी पुलिस अफसर को निशाना बनाने की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता है।

जयपाल ने बदला ठिकाना, यूपी में छुपा

गैंगस्टर विक्की गौंडर व प्रेमा लाहौरिया के एनकाउंटर किए जाने के बाद अब गैंगस्टर जयपाल ने अपना ठिकाना बदल लिया है। खुफिया सूत्रों ने बताया कि गैंगस्टर जयपाल एनकाउंटर के वक्त हिमाचल में था, लेकिन जैसे ही उसे अपने दोस्त गौंडर व लाहौरिया के मारे जाने के बारे में पता चला तो एहतियातन उसने ठिकाना बदला और वह उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर, शामली में चला गया। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के कुछ लोग जयपाल व गौंडर से लगातार संपर्क में थे।

जयपाल ने ही गौंडर की जान-पहचान व बातचीत पाक खुफिया एजेंसी के कुछ लोगों से कराई थी। आईएसआई ही जयपाल व गौंडर गैंग की सहायता करती आ रही है। जिसकी बदौलत जयपाल व गौंडर लगातार पुलिस को चुनौती देते रहे। अब गौंडर के बाद सिर्फ जयपाल गैंग ऐसा है, जिसकी सहायता आईएसआई कर रही है। सूत्रों ने बताया कि आईएसआई अब गौंडर व लाहौरिया की हत्या के बाद जयपाल को जल्द से जल्द भारत से पाकिस्तान लाने की फिराक में है।

जयपाल ने ही फाजिल्का के अकाली नेता व गैंगस्टार रोकी की हिमाचल के परवाणू टिंबर ट्रेल के पास हत्या की थी। गैंगस्टर जयपाल ने जब फाजिल्का के अकाली नेता व गैंगस्टर रोकी की हिमाचल में हत्या की थी तो उसके बाद वह राजस्थान चला गया, लेकिन कुछ ही समय बाद जब उसे खतरा लगा तो उसने अपना ठिकाना उत्तर प्रदेश में बना लिया। इस बारे में डीजीपी और एडीजीपी से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

सूत्रों ने बताया कि जयपाल के तीन अति नजदीकी रम्मी मछाणा, नीटा दयोल व गुरप्रीत सेखों जेल में बंद हैं। जबकि उसका एक अन्य साथी लारेंस बिश्नोई लगातार जयपाल के संपर्क में है।

 
 
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