किसान आंदोलन : अंबाला में शंभू व जींद में खनौरी बॉर्डर पर तनाव

किसान आंदोलन को लेकर अंबाला शंभू बॉर्डर पुलिस ने किसानों पर आंशू के गोले दागे हैं। कैथल में स्थित दोनों बॉर्डरों पर पंजाब की तरफ से किसान शांति से बैठे हैं। पुलिस ने कैथल में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।

अंबाला में शंभू बॉर्डर और जींद में खनौरी बॉर्डर पर तनाव शुरू होने के बाद अब कैथल में टटियाना बॉर्डर और संगतपुरा गांव में सुरक्षा बढ़ाई गई है। इसके तहत अब यहां पर सेना की 10 की बजाय 11 टुकड़ियां को लगाया है। इसमें सीआरपीएफ की टुकड़ी को लगाया गया है। यहां पर करनाल मंडल के पुलिस महानिरीक्षण सतेंद्र गुप्ता ने स्वयं मोर्चा संभाला है।

हालांकि कैथल में स्थित दोनों बॉर्डरों पर पंजाब की तरफ से किसानों के आने का कोई कार्यक्रम नहीं है, लेकिन फिर भी पुलिस प्रशासन ने यहां पर सुरक्षा को काफी अधिक बढ़ाया है। गुहला में जहां घग्गर नदी के पुल को पूरी तरह से बंद किया है। यहां पर कंटीली तार लगाई है। जबकि संगतपुरा चौकी पर बीच में सीमेंट के बैरिकेड लगा दिए हैं। सड़क के दोनों तरफ गड्ढे खोदे हैं। इन दोनों बॉर्डरों पर भी किसान किसी प्रकार से प्रवेश न कर पाए। इसको लेकर कड़े प्रबंध किए गए हैं।

सिरसा में किसान करेंगे सांसद आवास का घेराव
सिरसा में सांसद सुनिता दुग्गल के आवास का घेराव करने को लेकर किसान नेता शहीद भगत सिंह स्टेडियम में जमा होने लगे हैं। किसानों को रोकने के लिए लोकल रूटों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। डबवाली हाईवे पर पंजुआना नहर पर धरना देने वाले किसान सीधे टकराव करने की बजाय लोकल रूटों का सहारा लेते हुए स्टेडियम में पहुंचेंगे। इसको लेकर नेजाडेला कलां पुल पर पुलिस पर बल तैनात किया है। जानकारी के अनुसार अभी तक स्टेडियम में 15 से 20 किसान ही पहुंचे है। वहीं, सांसद के आवास पर घेराव के चलते पुलिस बल तैनात किया गया है।

फतेहाबाद में भाजपा कार्यालय के घेराव के लिए जुटने शुरू हुए किसान

संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में फतेहाबाद व टोहाना में किसान भाजपा कार्यालय का घेराव करेंगे। दोपहर 12 बजे बाद किसान जिला भाजपा कार्यालय पर एकत्रित होंगे। हालांकि, किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने पहले से ही सुरक्षा प्रबंध किए हुए हैं। पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष मनदीप नथवान व मोर्चा के जिला संयोजक जगतार सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए गंभीरता नहीं दिखा रही है। वहीं, दूसरी ओर जिले से कई किसान दिल्ली बॉर्डर भी गए हैं। किसान खनौरी होते हुए दिल्ली की तरफ रवाना हुए।

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