किसान आंदोलन: डल्लेवाल की सेहत में गिरावट जारी, आज बनेगी पंजाब बंद की रणनीति

पंजाब आप के प्रधान अमन अरोड़ा ने कहा कि उनकी सरकार मानती है कि एक-एक पल कीमती है, इसलिए डल्लेवाल से अपील की है कि जीवित रहने के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत है, उसे ले लें। सरकार का डल्लेवाल को जबरन बार्डर से उठाकर अस्पताल में दाखिल कराने का कोई इरादा नहीं है। जो भी किया जाएगा, डल्लेवाल की रजामंदी से ही होगा।

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत में गिरावट जारी है। उनका 15 किलो वजन कम हो चुका है। आप के प्रदेश प्रधान व कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा, सेहत मंत्री बलबीर सिंह और अन्य कैबिनेट मंत्री बुधवार देर शाम खनौरी बाॅर्डर पहुंचे। उन्होंने अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का हालचाल जाना।

अमन अरोड़ा ने कहा कि सरकार डल्लेवाल को जबरन नहीं उठाएंगे। उनका आंदोलन 100 प्रतिशत सही है। हमारी पूरी पार्टी, सरकार व पंजाब के लोग भी डल्लेवाल के साथ हैं, लेकिन अगर इस आंदोलन को सफल बनाना है और आगे लेकर जाना है, तो इसके लिए डल्लेवाल को अपनी सेहत ठीक रखनी होगी।

अरोड़ा ने डल्लेवाल से कहा कि वह बेशक अपना अनशन जारी रखें, लेकिन सेहत के लिए जितना जरूरी है उसके लिए ड्रिप लगवा लें। इसका प्रबंध बाॅर्डर पर ही कर दिया जाएगा। ड्रिप इसलिए जरूरी है कि डल्लेवाल के शरीर के अंदरूनी अंगों को नुकसान न हो। अरोड़ा ने कहा कि किसानी मांगों को लेकर उनकी सरकार लगातार केंद्र के संपर्क में है, लेकिन केंद्र ने बेशर्मी वाला रवैया अपना रखा है।

जवाब में डल्लेवाल ने साफ शब्दों में कह दिया कि वह किसी प्रकार की मेडिकल सुविधा को नहीं लेंगे। या तो उनकी मांगें मानी जाएंगी या फिर वह अपनी जान देंगे। साथ ही कहा कि केंद्र में सत्तासीन रही विभिन्न सरकारों की गलत नीतियों के चलते अब तक लाखों किसान आत्महत्याएं कर चुके हैं। जमीन के नीचे गिरते जलस्तर को लेकर लगातार किसानों को बदनाम किया जा रहा है। डल्लेवाल ने कहा कि इस समस्या का यही हल है कि किसानों को फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी दे दी जाए। अगर कानूनी गारंटी मिल गई, तो किसान खुद ही धान व गेहूं की खेती छोड़ देंगे।

डल्लेवाल से मुलाकात करके बाहर निकलने पर अमन अरोड़ा ने मीडिया से बात करते माना कि उनकी सरकार मानती है कि एक-एक पल कीमती है, इसलिए डल्लेवाल से अपील की है कि जीवित रहने के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत है, उसे ले लें। सरकार का डल्लेवाल को जबरन बार्डर से उठाकर अस्पताल में दाखिल कराने का कोई इरादा नहीं है। जो भी किया जाएगा, डल्लेवाल की रजामंदी से ही होगा। इस मौके पर सेहत मंत्री डा. बलबीर सिंह ने माना कि डल्लेवाल शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो गए हैं।

अनशन का बुरा असर उनके गुर्दों व लिवर पर पड़ा है। सरकार की तरफ से डाॅक्टरों की टीम भेज कर लगातार डल्लेवाल की माॅनीटरिंग कराई जा रही है। सुप्रीम कोर्ट को डल्लेवाल की सेहत सामान्य होने की रिपोर्ट सौंपने संबंधी पूछे सवाल के जवाब में सेहत मंत्री ने कहा कि सरकार ने नहीं कहा कि डल्लेवाल सामान्य हैं।

डल्लेवाल के सभी जरूरी मेडिकल टेस्ट करा रिपोर्ट सार्वजनिक करे सरकार
डल्लेवाल के रोजाना के चेकअप के बाद डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि डल्लेवाल की हालत बेहद नाजुक बनी है। उनका ब्लड प्रेशर अब 100/70 रहता है, जो पहले सामान्य हालत में 130/95 रहता था। भूखा रहने से उनकी किडनियों व लीवर पर बेहद बुरा असर पड़ा है।

इस मौके पर किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि सभी को पता है कि किसानी मांगों को लेकर अनशन पर बैठे डल्लेवाल ने पिछले 30 दिनों से कुछ नहीं खाया है और केवल पानी पी रहे हैं। लेकिन केंद्र, राज्य सरकारों एवं संवैधानिक संस्थाओं को कोई गलतफहमी न रहे, इसलिए डल्लेवाल के कीटोन बॉडी समेत सभी टेस्ट सरकारी डॉक्टरों को भी करने चाहिए और इनकी रिपोर्ट देश के साथ साझा करनी चाहिए।

किसान नेताओं ने कहा कि 30 दिसंबर के पंजाब बंद के कार्यक्रम की तैयारी के लिए आज खन्नौरी मोर्चे पर सभी धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, व्यापारिक संगठनों/यूनियनों की मीटिंग बुलाई गई है, जिसमें पंजाब बंद को सफल बनाने के लिए पुख्ता रणनीति बनाई जाएगी। किसान नेताओं ने बताया कि इसके साथ ही वीरवार को पंजाब के अलावा अन्य राज्यों में जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के समर्थन में सुबह 10 बजे से 4 बजे तक सांकेतिक भूख हड़ताल की जाएगी।

किसान नेताओं ने कहा कि हरियाणा सरकार ने कुछ दिन पहले नोटिफिकेशन जारी करके कहा था कि 24 फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी देने का फैसला ले रहे हैं।

दोनों मोर्चों के नेता हरियाणा सरकार से यह सवाल पूछना चाहते हैं कि क्या कोई भी राज्य सरकार अपने दम पर फसलों की एमएसपी पर खरीद करने के लिए आर्थिक संसाधनों का बंदोबस्त कर सकती है? किसान नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार की एजेंसियां ज्यादातर खरीद केंद्रीय पूल के लिए करती हैं जिसका बजट केंद्र की तरफ से ही आता है तो क्या कोई राज्य सरकार बिना केंद्र सरकार के सहयोग के सभी फसलों की खरीद एमएसपी पर कर सकती है? इसका जवाब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सैनी को देना चाहिए।

27 से पंजाब में बंद की सफलता को विभिन्न जिलों में किया जाएगा प्रचार
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि 30 दिसंबर के पंजाब बंद को सफल बनाने के लिए 27 दिसंबर से पंजाब के विभिन्न जिलों में घर-घर प्रचार मुहिम शुरू की जाएगी। इसके लिए जत्थेबंदियों से जुड़े सभी किसानों, महिलाओं व नौजवानों को मैदान में उतरने की अपील की गई है। ढोल, पीपे बजाकर या फिर लाउड स्पीकरों के जरिये लोगों को बंद के बारे में जानकारी देकर इसमें शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

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