सीएम नीतीश की नीतियों से बढ़ी किसानों की आमदनी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की नीतियों की वजह से बिहार के लोगों की प्रति व्यक्ति आय में 8 गुणा का इजाफा हुआ है। साल 2005 में बिहार में प्रति व्यक्ति आय 7 हजार पांच सौ रुपए के करीब थी। वहीं अब इस राज्य की प्रति व्यक्ति आय 66 हजार रुपए हो गई है। 20 साल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्त्व में राज्य में लगभग 8 गुणा से अधिक प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। इसमें किसानों की बढ़ी आय का बड़ा योगदान रहा है। ये जानकारी कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने दी है।
‘गांधी मैदान में बागवानी महोत्सव का मंगल पांडेय ने किया शुभारंभ’
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिवसीय बागवानी महोत्सव का कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बागवानी महोत्सव का उद्घाटन किया। इस बागवानी महोत्सव में 14 हजार से अधिक बागवानी उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस महोत्सव में फल, फूल, सब्जी, मधु, मखाना, मशरूम और बागवानी उपकरणों के 60 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं।
साथ ही, छत पर बागवानी, मधुमक्खी पालन और मशरूम उत्पादन जैसी तकनीकों का प्रदर्शन किया जा रहा है। बागवानी महोत्सव में कलात्मक पुष्प सज्जा, चित्रकला और क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है।वहीं कृषि मंत्रालय ने महोत्सव में प्रगतिशील कृषकों को सम्मानित करने की पहल भी की है। साथ ही तकनीकी सत्र में कृषि विशेषज्ञ भी चर्चा कर रहे हैं। इसके अलावा आम लोगों के लिए फूड जोन में अलग अलग तरह के व्यंजनों का आनंद लेने का भी इंतजाम किया गया है।
‘नगदी फसल की खेती से बढ़ेगी किसानों की आमदनी’
कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए मसाले की खेती और नए तरीके से शहद उत्पादन पर जोर दिया। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को इस पर काम करने का निर्देश दिया। कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने अधिकारियों को बिहार में नगदी फसल की संभावना तलाशने का निर्देश दिया है।
पांडेय ने बिहार में शहद उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नई प्रोत्साहन नीति लाने का ऐलान किया। पांडेय ने कहा कि राज्य में प्रति व्यक्ति आय में हुए इजाफे का श्रेय किसानों की बढ़ी आमदनी को भी जाता है। वैसे देखा जाए तो बिहार में कुल 13 लाख 50 हजार हेक्टेयर में बागवानी की फसलों की खेती की जाती है। इससे करीब दो सौ 86 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा फल, फूल, सब्जी आदि बागवानी उत्पाद का उत्पादन होता है।
वहीं पांडेय ने बताया कि सरकार का लक्ष्य 15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बागवानी करना है। बिहार की अर्थव्यवस्था में बागवानी खासकर फल, फूल और सब्जी की खेती की अहम भूमिका रही है। यदि बिहार को सुखी और समृद्ध बनाना चाहते हैं, तो बागवानी के माध्यम से किसानों को समृद्ध कर इस लक्ष्य को हम हासिल कर सकते हैं।