माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में फर्जीवाड़ा: फर्जी आईडी से भर्ती कराए नौ शिक्षक, दो ने जॉइन भी किया…
कानपुर में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में शिक्षक भर्ती का फर्जीवाड़ा सामने आया है। जालसाजों ने अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की फर्जी मेल आईडी बनाकर शहर के इंटर कॉलेजों में नौ शिक्षकों की नियुक्ति करा दी। इनमें से दो ने जॉइन भी कर लिया। दरअसल, माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड की प्रतीक्षारत सूची में शामिल शिक्षकों को जिलों में रिक्त पद के अनुसार जॉइन कराने के निर्देश थे।
जालसाजों ने इसी को आधार बनाते हुए फर्जीवाड़ा किया। शातिरों ने 20 अक्तूबर 2023 को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को एक मेल भेजी। इसमें चयनित नौ शिक्षकों के नामों की सूची थी। इसमें रिक्षा पांडेय, विनीता देवी, विनय सिंह, विनीत चौहान, अरविंद सिंह यादव, स्वाति द्विवेदी, आशीष कुमार पांडेय, नितिन कुमार और ज्योति यादव के नाम शामिल थे।
पटल सहायक सुनील ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की मेल समझकर नियुक्ति पत्र तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक मुन्नीलाल से हस्ताक्षर कराकर कॉलेज प्रबंधन को भेज दिए। इनमें से दो शिक्षिकाओं में रिक्षा पांडेय को आर्यकन्या इंटर कॉलेज गोविंदनगर और विनीता देवी ने मदन मोहन अग्रवाल बालिका इंटर कॉलेज किदवईनगर में जॉइन भी कर लिया।
चार माह में करीब दो लाख 50 हजार का वेतन भुगतान कर दिया
इन दोनों को तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक के 20 नवंबर को जारी नियुक्ति पत्र और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से आए चयन संबंधी प्रपत्र के आधार पर कार्यभार सौंप दिया गया। शिक्षिका विनीता देवी को चार माह में करीब दो लाख 50 हजार रुपये का वेतन भुगतान कॉलेज से कर दिया गया है। जबकि नियमत: बिना सभी शैक्षिक अभिलेखों और चयन से संबंधित अभिलेखों का सत्यापन किए भुगतान नहीं होना चाहिए था।
सात शिक्षकों को इन कॉलेज में संभालना था कार्यभार
विनीत चौधरी को राम सहाय इंटर कॉलेज शिवराजपुर, विनय सिंह को आक्सीमुनि इंटर कॉलेज, कुरियां, अरविंद सिंह यादव को बीपीएमजी इंटर कॉलेज मंधना, स्वाति द्विवेदी को पीपीएन गर्ल्स इंटर कॉलेज, आशीष कुमार पांडेय को ज्ञानभारती इंटर कॉलेज और ज्योति यादव को डीएमयू इंटर कॉलेज गोविंदनगर में कार्यभार संभालना था। इनके नियुक्ति पत्र इस साल 12 मार्च को जारी हुए हैं, जबकि एक शिक्षक नितिन का नियुक्ति पत्र जिला विद्यालय निरीक्षक के यहां से जारी नहीं हो पाया।
ऐसे खुला खेल… बगैर मांग भेज दिया शिक्षक तो बोर्ड को लिखा पत्र
आर्यकन्या इंटर कॉलेज के प्रबंधन ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को पत्र लिखकर जानकारी मांगी थी कि बिना अधियाचन पत्र (शिक्षकों की मांग) भेजे उनके यहां शिक्षक क्यों भेज दिया गया। इस पत्र के पहुंचने से बोर्ड में हडकंप मचा और उन्होंने ऐसी कोई भी नियुक्ति करने से इन्कार कर दिया। इसके बाद बोर्ड से कॉलेज प्रबंधन और जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से सच्चाई जानी, तो फर्जीवाड़े का पूरा खेल खुल गया।
आज दर्ज कराई जाएगी रिपोर्ट
जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि मामले की जांच शुरू हो गई है। जिन शिक्षकों के नाम सामने आए हैं, उनके खिलाफ रविवार को एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। कार्यालय के किसी कर्मचारी की भूमिका तो नहीं है, इसकी भी विभागीय जांच कराई जाएगी। नियुक्ति पत्र जारी करने वाली डीआईओएस-दो (तत्कालीन प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक) 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गए हैं। पटल बाबू दोषी है, जिसने मेल पढ़ते समय ध्यान नहीं दिया।