हर दिन इंदौर खाता है पांच से छह टन पोहा

विश्व पोहा दिवस पर इंदौर के राजवाड़ा पर पोहा पार्टी रखी गई। लोगों ने पोहे पर प्याज, नींबू, जिरावन डाल कर पोहे का आंनद लिया। पोहा इंदौर का सबसे पंसदीदा नाश्ता है। इंदौर में हर दिन पांच से छह टन पोहे की खपत होती है।

विश्व पोहा दिवस के मौके पर आयोजित पार्टी के मौके पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर के पोहे और जीरावन की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि इंदौर स्वाद की राजधानी भी है। यहां के पोहे की मार्केटिंग भी जरुरी है। पोहे के अलावा इंदौर का जीरावन भी पसंद किया जात है। विजयवर्गी ने कहा कि जब मैं इंदौर से विदेश जाता हुं तो परिचितों के लिए 20-25 जीरावन के पैकेट ले जाता हैै।

अगले साल शहरभर में मनेगा पोहा डे
विजयवर्गीय ने कहा कि इस साल राजवाड़ा पर पार्टी हुई। अगले साल पोहा डे पर शहर के अगल-अलग क्षेत्रों मेें पोहा पार्टी की जाएगी। चौराहों पर पोहेे मुफ्त खिलाए जाएंगे। इंदौर के स्वादिष्ट पोहे की पहचान विश्व भर में है। इसे हम और बढ़ाएंगे। रतलाम से अच्छी सेव इंदौर में बनाई जाती है, लेकिन रतलामी सेव सबसे प्रसिद्ध है।

पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू को भी पसंद थे इंदौर के पोहे
इंदौर में स्वादिष्ट पोहे की ख्याती आजादी के पहले से थी। महाराष्ट्र से इंदौर में बसे जोशी परिवार ने भांप वाले पोहे इंदौर के मिल श्रमिकों के लिए सुबह बनाना शुरू किए थे। इसके बाद सुबह के समय नाश्ते के रुप में पोहे खाने का प्रचलन ब़ने लगा। विनोद जोशी ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर नाल नेहरू जब इंदौर आए थे तो उन्हें भी इंदौर के पोहे पसंद आए थे।पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जब भी इंदौर आते थे, तो नाश्ते में इंदौर के पोहे ही खाते थे।

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