जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में बढ़े पर्यटक…
लद्दाख के पर्यटन विभाग का कहना है कि इस गिरावट का कारण यहां बंद और विरोध-प्रदर्शन रहा। इन खबरों ने देश-दुनिया में पर्यटकों की धारणा को प्रभावित किया।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में इस वर्ष जम्मू-कश्मीर की तुलना में पर्यटकों की संख्या में कमी आई है। लद्दाख के पर्यटन विभाग का कहना है कि इस गिरावट का कारण यहां बंद और विरोध-प्रदर्शन रहा। इन खबरों ने देश-दुनिया में पर्यटकों की धारणा को प्रभावित किया।
पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में 5,25,374 पर्यटक आए। 2024 में 25 दिसंबर तक यह संख्या घटकर 3,75,393 रह गई। इस प्रकार इस वर्ष अब तक 1,49,981 पर्यटकों की कमी को दर्शाता है।
लेह में एक प्रेसवार्ता में लद्दाख टूरिस्ट ट्रेड एलायंस के अध्यक्ष पीटी कुंजांग ने बताया कि जहां हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई वहीं लद्दाख में यह अप्रत्याशित गिरावट देखी गई। लद्दाख के विपरीत, हिमाचल प्रदेश में 2023 के 1.63 करोड़ पर्यटकों की तुलना में 2024 में 1.74 करोड़ पर्यटक आए।
इसी तरह, जम्मू-कश्मीर में 2023 में 2.10 करोड़ पर्यटकों की तुलना में 2024 में 2.11 करोड़ पर्यटक आए। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रशासनिक सचिव विक्रम मलिक सिंह ने कहा, वर्ष 2024 एक चुनावी साल था। इसमें लद्दाख की स्थिति अलग रही। यहां बंद और विरोध-प्रदर्शन की खबरों ने पर्यटकों की धारणा को प्रभावित किया।
ओटीएम और सैट कार्यक्रमों का प्रभाव नहीं दिखा
उन्होंने कहा,इस साल विभाग ने मुंबई में ओटीएम और दिल्ली में सैट कार्यक्रमों में भाग लिया, लेकिन उनके प्रभाव अब तक दिखाई नहीं दिए। हालांकि केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद विंटर कॉन्क्लेव और लद्दाख लिटरेचर फेस्टिवल जैसे अच्छे प्रयास हुए।
पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाएं
होटल और गेस्ट हाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष रिजिन लाचिक ने कहा, लद्दाख में अपार पर्यटन संभावनाएं हैं, लेकिन इसे भुनाने के लिए बहुत कम प्रयास किए जा रहे हैं।