पीथमपुर विरोध पर देर रात हुई आपात बैठक

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के कचरे के निपटान को लेकर हो रहे विरोध और अफवाहों पर संज्ञान लिया है। इस मसले पर देर रात सीएम हाउस मेंआपात बैठक हुई। इसमें तय हुआ कि जनभावनाओं की जानकारी कोर्ट को दी जाएगी।

पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के कचरे को जलाने पर प्रदर्शन चल रहा है। शुक्रवार को यहां लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। रास्ते जाम रहे। ऐसे में जनभावनाओं को देखते हुए देर रात भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर आपात बैठक बुलाई गई। बैठक में पीथमपुर में हुए विरोध को लेकर चर्चा की गई। लोग नहीं चाहते हैं कि पीथमपुर में कचरे का निपटारा हो। ऐसे में क्या उपाय हो सकता है ? इस पर मंथन किया गया।

कचरा अभी जलाया नहीं गया है
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बैठक के बाद कहा कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है। हमारी सरकार जनकल्याणकारी और जनहितैषी है। सरकार ने उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार ही कचरे का परिवहन पीथमपुर में किया है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमने न्यायालय की याचिकाओं और आदेशों के तारतम्य में सुरक्षा मापदंडों का परिपालन करते हुए केवल परिवहन किया है। माननीय न्यायालय ने इस कार्य के लिए डेडलाइन दी थी कि 4 जनवरी के पहले-पहले कचरा निर्धारित स्थान पर पहुंचना चाहिए। न्यायालय को 6 जनवरी तक इसकी रिपोर्ट अपेक्षित थी। न्यायालय के आदेश का पालन करने के लिए ही कचरे को पीथमपुर पहुंचाया गया है। कचरे को अभी जलाया नहीं गया है।

कोर्ट को उत्पन्न परिस्थितियों की पूरी जानकारी देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीथमपुर की वर्तमान परिस्थितियों और व्यावहारिक कठिनाइयों के बारे में उच्च न्यायालय को पूरी जानकारी दी जाएगी। साथ ही, उन्होंने जनता से अफवाहों और भ्रमित करने वाली खबरों पर विश्वास न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वह और उनकी सरकार जनता के साथ है। मुख्यमंत्री ने अंत में जनता से यह भी आग्रह किया कि वे सरकार पर विश्वास रखें, क्योंकि सरकार उनकी सुरक्षा और कल्याण के लिए काम कर रही है।

पीथमपुर में बंद के बीच हो रहा विरोध
बता दें पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के 337 टन कचरे निपटान की योजना के खिलाफ शुक्रवार को बंद के बीच बवाल मच गया। लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। राऊ पीथमपुर मार्ग पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया। इसमें कई लोग घायल हो गए। इस बीच दो लोगों ने खुद को आग लगा ली, जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया। लोगों का कहना है कि पीथमपुर में कचरे को जलाने से स्थानीय लोगों को और पर्यावरण को नुकसान पहुंचेंगा।

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