एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे फिर आएंगे साथ? शिवसेना के मंत्री ने दिए संकेत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की जीत के बाद से ही राज्य की राजनीति में गरमाहट तेज है। अब शिवसेना के मंत्री संजय शिरसाट ने कहा कि वह अपनी पार्टी और उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के बीच सुलह कराने को तैयार हैं, लेकिन पहले दल मिलने चाहिए।
शनिवार को एक मराठी चैनल को दिए इंटरव्यू में शिव सेना प्रवक्ता ने कहा कि वह और उनकी पार्टी के कई सहयोगी आज भी शिव सेना (यूबीटी) नेताओं के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं। शिरसाट ने कहा कि वह बाल ठाकरे की तरफ से स्थापित शिवसेना में विभाजन से दुखी हैं, जिसका नेतृत्व अब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कर रहे हैं।
क्या बोले शिवसेना के मंत्री संजय शिरसाट?
यह पूछे जाने पर कि अगर मौका मिले तो क्या वह मेल-मिलाप की दिशा में किसी भी प्रयास को सुविधाजनक बनाने के लिए तैयार हैं।
शिरसाट ने कहा, ‘मैं ऐसा करूंगा, लेकिन पहले दिलों का मिलना जरूरी है।’ उन्होंने कहा, दोनों पार्टियों के नेता अब भी एक-दूसरे से गर्मजोशी से मिलते हैं।
शिरसाट ने ये भी कहा, ‘लेकिन दूरियां इतनी हो गई हैं कि अगर इसे अभी नहीं पाटा गया तो बाद में संबंधों को सुधारना मुश्किल होगा।’
‘हम एक दूसरे की गलतियों को कर सकते माफ’
यह पूछे जाने पर कि क्या महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे, सेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे पैच-अप की सुविधा दे सकते हैं, शिरसाट ने कहा कि युवा नेता, जिनकी उम्र 30 के आसपास है, अपनी उम्र के कारण ऐसा करने की स्थिति में नहीं हैं।
शिरसाट ने आगे कहा, ‘हम एक-दूसरे की गलतियों को माफ कर सकते हैं। अगर आप सोचते हैं कि आप एक-दूसरे का अपमान करके एक साथ आ सकते हैं तो यह संभव नहीं है।