मिस्र के प्रधान मुफ्ती ने पीएम मोदी की धार्मिक मुद्दों पर जमकर की तारीफ, पढ़ें पूरी खबर ..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मिस्र की राजधानी काहिरा में अपने समकक्ष मुस्तफा मैडबौली के नेतृत्व में मिस्र के शीर्ष मंत्रियों के समूह संग बातचीत की। इस गोलमेज बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई। वहीं पीएम मोदी ने मिस्र के प्रधान मुफ्ती डॉ. शॉकी इब्राहिम अब्देल-करीम अल्लम से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की धार्मिक मुद्दों पर जमकर तारीफ की और कहा कि प्रधानमंत्री भारत में सभी को साथ लेकर चल रहे हैं और बहुलवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के बाद शनिवार दोपहर मिस्र पहुंचे। मैडबौली के नेतृत्व में मिस्र मंत्रिमंडल के सात सदस्य मोदी के साथ बैठक में उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने भारत को समर्पित उच्च स्तरीय भारत इकाई की स्थापना के लिए मिस्र को धन्यवाद दिया और सरकार के दृष्टिकोण की सराहना की। मालूम हो कि इंडिया यूनिट मिस्र के शीर्ष मंत्रियों का एक समूह है, जिसके प्रमुख मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, व्यापार एवं निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटल लेनदेन मंच, दवा तथा लोगों के बीच संपर्क सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करने पर चर्चा हुई। गौरतलब है कि मिस्र अफ्रीकी महाद्वीप में भारत का सबसे अहम कारोबारी साझेदार है।
ग्रैंड मुफ्ती ने बहुलवाद को बढ़ावा देने के लिए मोदी को सराहा
मिस्र के ग्रैंड मुफ्ती और पीएम मोदी ने भारत और मिस्र के बीच मजबूत सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंधों पर चर्चा की। चर्चा, समाज में सामाजिक और धार्मिक सद्भाव और उग्रवाद एवं कट्टरपंथ का मुकाबला करने से संबंधित मुद्दों पर भी केंद्रित थी। वहीं, ग्रैंड मुफ्ती ने समावेशिता और बहुलवाद को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना की। मोदी ने बताया कि भारत मिस्र के सामाजिक न्याय मंत्रालय के तहत दार-अल-इफ्ता में आईटी में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करेगा।
बता दें कि पिछले 26 साल में कोई भारतीय प्रधानमंत्री मिस्र पहुंचा है। वह राष्ट्रपति अल सीसी के बुलावे पर मिस्र पहुंचे हैं। बता दें कि राष्ट्रपति अल सीसी भी इस बार भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। सितंबर में जी 20 की बैठक में भाग लेने अल सीसी फिर से भारत आने वाले हैं। उन्हें स्पेशल गेस्ट के तौर पर आमंत्रित किया गया है। (एजेंसी से इनपुट्स के साथ)