शिक्षा और शिक्षक ही किसी समाज को ले जाते हैं आगे : प्रोफेसर अवधेश प्रधान

अशोक मिशन जन नाट्यशाला में अलंकरण एवं रस वर्षा समारोह हुआ आयोजित

वाराणसी : “भारत शिक्षा और योग्य शिक्षकों के बल पर ही कभी विश्व गुरु बना हुआ था। जिस समाज में शिक्षक अपने कर्तव्य के प्रति सतत जागरूक होंगे, वह समाज सदैव प्रगति के पथ पर अग्रसर होता रहेगा। देश का नेतृत्व संसद के गलियारे में टहलने वाले नहीं बल्कि योग्य शिक्षक करते हैं।” यह बातें सोमवार को कादीपुर, शिवपुर स्थित अशोक मिशन जन नाट्यशाला में आयोजित अभिनंदन एवं रस वर्षा कार्यक्रम में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर अवधेश प्रधान ने कही। अभिनंदन के अंतर्गत प्रख्यात चिंतक एवं प्रतिष्ठित पत्रकार अमिताभ भट्टाचार्य को पुरुषोत्तम प्रियदर्शी सम्मान , प्रसिद्ध गीतकार ओम धीरज को जयराम प्रियदर्शी सम्मान तथा शिक्षिका सुनीता श्रीवास्तव को सावित्रीबाई फुले सम्मान प्रदान किया गया।

अमिताभ भट्टाचार्य ने कहा- “काशी धार्मिक नगरी नहीं बल्कि आध्यात्मिक नगरी है। धर्म के नाम पर तमाम लड़ाई झगड़े हो रहे हैं काशी को जितना जानिए फिर भी बहुत कुछ बचा रहता है।” ओम धीरज ने सम्मान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कहा- “मुझे साहित्य के संस्कार इस काशी से ही मिले।” सुनीता श्रीवास्तव ने शिक्षा के निरंतर प्रसार में अपने को लगाए रहने की शपथ ली। रस वर्षा के अंतर्गत साहित्य भूषण पंडित हरिराम द्विवेदी ने पारंपरिक लोकगीतों को सुनाकर सभी को रस विभोर कर दिया। इस क्रम में उन्होंने पारंपरिक कजरी के झूला, चौघट्टा तथा ढुनमुनिया जैसे प्रकारो को स्पष्ट करते हुए गीतों को प्रस्तुत किया।

अध्यक्षता करते हुए डा. राम सुधार सिंह ने सम्मानित विशिष्ट जनों के अवदान की चर्चा करते हुए कहा- “यह सम्मान भारतीय मनीषा का सम्मान है।” स्वागत सिद्धार्थ अशोक ने और कार्यक्रम संयोजन अशोक आनन्द ने किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने किया। शोभना प्रधान ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर इंजीनीयर एस.पी. राम, रामानन्द तिवारी, डॉ प्रकाश उदय, राम ललित सिंह, धर्मेंद्र सिंह, पी. राम, संतोष श्रीवास्तव, इंजीनियर प्ररेणा साधु के साथ ही साथ भारी संख्या में साहित्य अनुरागी उपस्थित रहे।

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