अभी अभी: गुजरात में वोटिंग के दौरान हिंसा, कई हुए घायल

गुजरात चुनाव के दूसरे चरण में वोटिंग के दौरान कई जगह हिंसा और झड़प की खबरें आ रही हैं. वडोदरा और मेहसाणा में दो गुटों के बीच जमकर हंगामा हुआ. मेहसाणा जिले की विसनगर के हसनपुर गांव के मतदान करने आए दो गुटों के बीच जमकर हंगामा हुआ जिसके बाद उग्र लोगों ने तोड़फोड़ किया. दोनों ओर से हुए पत्थरबाजी में आधा दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. पास खड़ी  बाइकें और गाड़ियां जला दी गईं.गुजरात में वोटिंग

दूसरा मामला वडोदरा जिले की सावली तहसील के वांकनेर गांव में भी टो गुटों के बीच जमकर बवाल हुआ है. गुस्साई भीड़ ने एक मोटर साइकिल को आग के हवाले कर दिया है. पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने ताबड़तोड़मैके पर पहुंचकर स्थिति को सामान्य करने के लिए उचित कदम उठाए. बवाल के चलते आधे घंटे तक मतदान की प्रक्रिया में बाधा आई और रोकना पड़ गया.

बता दें कि पुलिस के सख्त कार्यवाई करके वांकानेर गांव में चुस्त बंदोबस्त कर लिया है.

गुजरात चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग के दौरान भी कांग्रेस ने ईवीएम से छेड़छाड़ का मुद्दा उठाते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. राज्य के मेहसाणा में एक बूथ पर ईवीएम के ब्लूटूथ से कनेक्ट होने का आरोप कांग्रेस ने लगाया है.

इसे भी पढ़े: अभी अभी: बैंकों के बाहर लगी लंबी लाइन, लोग निकाल रहे हैं अपना सारा पैसा, जानें क्यों

मेहसाणा विधानसभा सीट से डिप्टी सीएम नितिन पटेल बीजेपी के उम्मीदवार हैं और उनका मुकाबला कांग्रेस के  जीवाभाई पटेल से है. इस सीट पर दोनों पार्टियों के बीच कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है. कांग्रेस ने मेहसाणा के एक बूथ पर ईवीएम के ब्लूटूथ से कनेक्ट होने का आरोप लगाया है.

कांग्रेस ने कहा कि मेहसाणा के एख बूथ पर मोबाइल फोन का ब्लूटूथ ऑन करने पर  ‘ईसीओ 105’ नाम का एक उपकरण उपलब्ध दिखाई देता है. इससे ये पता चल रहा है कि EVM को ब्लू टूथ के जरिए हो रहा है.

गौरतलब है कि पहले चरण की वोटिंग के दौरान भी कांग्रेस की ओर से उसके नेता अर्जुन मोरवाढिया ने दावा किया था कि पोरबंदर के मुस्लिम बहुल इलाके मेमनवाड़ा के तीन मतदान केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें ब्लूटूथ के जरिए बाहरी उपकरणों से जुड़ी हुई हैं.  जब भी किसी मोबाइल फोन का ब्लूटूथ ऑन किया जाता है तो ‘ईसीओ 105’ नाम का एक उपकरण उपलब्ध दिखाई देता है. इसका साफ मतलब है कि ब्लूटूथ के जरिए उपकरण का इस्तेमाल कर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ की जा सकती है.

मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) बीबी स्वाइन ने हालांकि कांग्रेस की इस शिकायत को ये कहते हुए खारिज कर दिया गया था कि एक मतदान एजेंट के पास मोबाइल फोन था जिस पर ‘ईसीओ 105’ मॉडल नंबर के तौर पर अंकित था. इसमें शिकायतकर्ता ने ईसी को चुनाव आयोग समझ लिया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button