DSP Siraj का ‘रौद्र रूप’, मार्नस लाबुशेन का विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों को दिखाई आंखें

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अगर मैच है और उसमें एग्रेसन न हो, इसकी किसी को उम्मीद नहीं होती। हर कोई जानता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम स्लेजिंग के लिए माहिर है और ये भी जानता है कि मौजूदा टीम इंडिया इस स्लेजिंग का जवाब देना भी जानती है। मोहम्मद सिराज और मार्नस लाबुशेन के बीच ये आक्रामकता देखने को मिली है। इस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने भी स्टेडियम में बैठकर सिराज को जमकर हूट किया है। सिराज भी मौका मिलने पर जवाब देने से पीछे नहीं हटते। एमसीजी में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को उन्होंने यही कर दिखाया।

सिराज और ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों के बीच नोंक-झोंक का सिलसिला एडिलेड में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच से शुरू हुआ था जब सिराज ने ट्रेविस हेड को बोल्ड किया था और फिर दोनों के बीच कहासुनी हो गई थी। तब स्टेडियम में बैठे ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने सिराज को हूट किया था। ये सिलसिला ब्रिस्बेन में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भी चला।

सिराज ने दिखाई आंखें
चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन सिराज को फिर जवाब देने का मौका मिला और इसे देखते ही हैदराबाद पुलिस में डीएसपी सिराज के अंदर की आक्रामकता जाग गई और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों को आंखे दिखाईं। सिराज ने 56वें ओवर की पहली गेंद पर लाबुशेन को एलबीडब्ल्यू कर दिया। अंपायर ने इसे आउट दिया और फिर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने रिव्यू लिया। हालांकि, रिव्यू भी उन्हें बचा नहीं पाया और अंपायर्स कॉल के कारण उन्हें लौटना पड़ा।

इसके बाद सिराज खुशी से झूम उठे। उन्होंने अपने दोनों हाथ हवा में उठाते हुए ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों की तरफ दहाड़ लगाई और गुस्से में आंखें भी दिखाईं। सिराज ने तीन दफा बार-बार अपने हाथ हवा में उठाते हुए चीखें निकालीं। लाबुशेन 139 गेंदों पर 70 रन बनाकर आउट हो गए।

भारत ने दी टक्कर
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस मैच की पहली पारी में 474 रन बनाए थे। टीम इंडिया अपनी पहली पारी में लड़खड़ाती दिख रही थी,लेकिन नीतीश कुमार रेड्डी की शानदार शतकीय पारी ने टीम को संभाल लिया और टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 369 रनों का स्कोर बनाया। रेड्डी ने 114 रन बनाए। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम 105 रनों की बढ़त के साथ उतरी। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम लड़खड़ा गई। अगर लाबुशेन एक छोर पर पैर नहीं जमाते तो मेजबान टीम काफी पहले पवेलियन लौट गई होती।

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