दूध पीने वालों को भी हो सकती है Calcium की कमी

बचपन से हमने अपने घर में बड़ों से एक ही बात सुनी कि रात को दूध पीकर सोना चाहिए। दूध सेहत बनाता है, सेहत से बड़ों का अर्थ होता है कि यह हड्डियों को मजबूत करता है। दूध पीने से कैल्शियम की कमी पूरी होती है और हड्डियां मजबूत होती हैं।

लेकिन दुनिया में हर फायदा पहुंचाने वाली चीज़ का कोई नुकसान भी है। ये निर्भर करता है कि आप फायदा पहुंचाने वाली चीज़ को कब और कितनी मात्रा में इस्तेमाल करते हैं। ऐसे ही यह जरूरी नहीं कि दूध पीने से हमेशा आपकी हड्डियां मजबूत हों कई बार दूध पीने वालों को भी कैल्शियम की कमी हो जाती है।

इसलिए हो सकती है कैल्शियम की कमी
जी हां, दूध पीने वालों को भी कैल्शियम की कमी हो सकती है। यह हम नहीं बल्कि खुद डॉक्टर कहते हैं। आखिर आप सोच रहे होंगे कि दूध पीने वालों को कैल्शियम की कमी कैसे हो सकती है। क्योंकि दूध तो कैल्शियम की कमी को पूरा करने का मुख्य स्त्रोत है। लेकिन हम आपको कारण भी बता रहे हैं कि दूध पीने वाले भी कैल्शियम की कमी से ग्रस्त हो सकते हैं।

दूध की क्वालिटी : अगर जो दूध आप पी रहे हैं अगर उसकी मात्रा और गुणवत्ता कम है, तो शरीर को पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिल पाएगा। ज़ाहिर है इससे आपके शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है।

डाइजेस्टिव प्रॉब्लम : कुछ लोगों में पाचन समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि लैक्टोज असहिष्णुता, जो दूध में कैल्शियम को कम कर सकती है। इस वजह से कई लोगों को दूध पीने का पूरा लाभ नहीं मिल पाता। दूध पीने के बावजूद उनमें कैल्शियम की कमी रहती है।

पोषक तत्वों की कमी : यदि शरीर में अन्य पोषक तत्वों की कमी है, जैसे कि विटामिन डी, तो कैल्शियम का अवशोषण कम हो सकता है। इसलिए यह भी जरूरी है कि आप कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए केवल दूध पर ही डिपेंड न रहें। इसलिए अपनी डाइड में कैल्शियम की कमी को पूरा करने वाले अन्य आहार भी शामिल करें।
कैल्शियम की जरूरत आयु और जेंडर के अनुसार अलग होती है। महिलाओं और बूढ़े लोगों को अधिक कैल्शियम की आवश्यकता होती है। इसलिए, दूध पीने के अलावा भी कैल्शियम की कमी को रोकने के लिए अन्य आहार स्रोतों से कैल्शियम प्राप्त करना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी जरूरी है।

Back to top button