MP में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन : अब 60 की जगह देना होंगे 100 रुपए

इंदौर। सबसे साफ-सुथरे शहर का ताज पहनने वाले इंदौर के बाशिंदे पहले से ही प्रदेश में सबसे ज्यादा डोर-टुडोर कचरा कलेक्शन शुल्क दे रहे थे, महापौर ने बुधवार को नगर निगम का बजट पेश करते हुए इसे और बढ़ा दिया। अब तक घरेलू कचरा संग्रहण दर जो 60 रुपए महीना थी, उसे बढ़ाकर सीधे 100 रुपए कर दिया गया। वहीं व्यावसायिक श्रेणी के लिए 90 से 150 रुपए कर दिए गए। इतनी दरों से न तो भोपाल में कचरा लिया जा रहा, न जबलपुर में।MP में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन : अब 60 की जगह देना होंगे 100 रुपए

नागरिकों के लिए यह दोहरी मार है, क्योंकि निगम संपत्ति कर के साथ पहले ही व्यापक स्वच्छता कर वसूल रहा है। अलग-अलग रेट जोन के हिसाब से यह कर हर साल लोगों को भुगतना पड़ता है। महापौर ने अपने बजट भाषण में कचरा संग्रहण शुल्क बढ़ाने के अलग-अलग तर्क जरूर दिए, लेकिन समय-समय पर ऐसी शिकायतें नागरिक करते रहते हैं कि उनके घर से कचरा प्रतिदिन नहीं लिया जाता। कहीं रविवार को कचरा गाड़ी नहीं आती, जिससे लोगों को दो दिन का कचरा रखना पड़ता है।

50 से ज्यादा इलाकों में संपत्ति कर के बराबर हो जाएगा सफाई शुल्क

नगर निगम ने डोर-टु-डोर कचरा कलेक्शन में आवासीय शुल्क 100 रुपए प्रति माह तय किया है। यानी सालभर में 1200 रुपए चुकाना होंगे, लेकिन शहर में रेट जोन पांच में आने वाले 50 से ज्यादा ऐसे इलाके हैं, जहां 400 वर्गफीट के निर्माण पर संपत्ति कर 1000 से 1200 रुपए तक आता है। वहां संपत्ति कर के बराबर सफाई शुल्क हो जाएगा, जबकि संपत्ति कर में स्वच्छता शुल्क भी शामिल रहता है। ऐसे में बाकी दूसरे टैक्स पर सफाई से जुड़े शुल्क भारी पड़ रहे हैं।

बजट में ये भी सौगातें

– जलसंकट से निपटने के लिए 275 टैंकरों से जलप्रदाय किया जाएगा, इसके लिए 12 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

– अमृत योजना के तहत पानी की लाइनों का विस्तार, उनकी तुरंत मरम्मत, गंदे पानी की समस्या का निराकरण और नई लाइन डालने के लिए 320 करोड़ रु. का प्रावधान।

शुल्क में भारी बढ़ोतरी का आदेश तुगलकी है। 5 अप्रैल को बजट चर्चा और बहस के दौरान कांग्रेस पार्षद इसका विरोध करेंगे। यह जनता पर बेवजह का बोझ है। 

 

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