डोनाल्ड ट्रंप की लंबी छलांग, 95 इलेक्टोरल कॉलेज वोट में आगे
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान शुरू हुआ। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के नेता वा पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। अमेरिका में चुनावों के लिए मतगणना भी शुरू हो गई है। शुरुआती रुझानों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने रेड राज्यों इंडियाना, केंटकी और फ्लोरिडा में आगे चल रहे हैं। दोनों राज्यों में आमतौर पर रिपब्लिकन उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान होता रहा है।
रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में इंडियाना, केंटकी और वेस्ट वर्जीनिया में जीत हासिल की, जबकि डेमोक्रेट कमला हैरिस ने वर्मोंट पर कब्जा कर लिया है। ऐसा एडिसन रिसर्च ने अनुमान लगाया है, जबकि महत्वपूर्ण जॉर्जिया और उत्तरी कैरोलिना सहित पहले नौ अमेरिकी राज्यों में मतदान समाप्त हो गया है।
एसोसिएटेड प्रेस के अनुमानों के अनुसार, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को 95 इलेक्टोरल कॉलेज वोट और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को 35 वोट मिले हैं। अमेरिकी चुनाव में कुल 538 इलेक्टोरल कॉलेज होते हैं. जीत के लिये इसमें से 270 में जीतना जरूरी है।
ट्रंप कहां-कहां से जीत रहे हैं?
ट्रंप को दक्षिण कैरोलिना में विजेता घोषित किया गया।
ट्रंप को इंडियाना में विजेता घोषित किया गया।
ट्रंप को केंटकी में विजेता घोषित किया गया।
ट्रंप को मिसिसिपी में विजेता घोषित किया गया।
ट्रंप को मिसौरी में विजेता घोषित किया गया
कमला हैरिस कहां-कहां से जीत रही हैं?
हैरिस इलिनोइस में विजेता घोषित
हैरिस रोड आइलैंड में विजेता घोषित
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर नेवादा एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ गए हैं। एग्जिट पोल की पहली लहर के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकी मतदाताओं के लिए लोकतंत्र की स्थिति, अर्थव्यवस्था का स्वरूप और गर्भपात सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। सीबीएस न्यूज द्वारा जारी किए गए सर्वेक्षणों के अनुसार, लगभग 10 में से छह लोगों ने लोकतंत्र की स्थिति को अपना नंबर एक मुद्दा बताया। इसके बाद गर्भपात का स्थान रहा, क्योंकि पांच प्रतिशत मतदाताओं ने महसूस किया कि यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
व्हाइट हाउस के लिए सबसे बड़ा मुकाबला
10 में से एक से अधिक ने अर्थव्यवस्था को प्राथमिकता के मुद्दे के रूप में चुना। लाखों अमेरिकियों ने रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच 47वें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए मतदान किया, जिसे दशकों बाद व्हाइट हाउस के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुकाबलों में से एक माना जा रहा है।
एडिसन रिसर्च द्वारा किए गए एग्जिट पोल के प्रारंभिक नतीजे के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेने वाले 73 फीसदी वोटर्स का मानना है कि देश में लोकतंत्र खतरे में है। जबकि 25 फीसदी का मानना है कि देश का लोकतंत्र सुरक्षित है। 49 फीसदी वोटर्स कमला हैरिस का समर्थन कर रहे हैं जबकि 44 फीसदी ने ट्रंप को अपनी पसंद बताया है।
अमेरिका में अर्थव्ययस्थ ठीक
सीएनएन के एग्जिट पोल के मुताबिक, अमेरिका में अर्थव्ययस्थ ठीक है। अमेरिकी चुनाव में वोट डाल चुके एक-तिहाई मतदाताओं का मानना है कि देश की अर्थव्यवस्था फिलहाल अच्छी स्थिति में है और 20 फीसदी वोटर्स का कहना है कि उनपर महंगाई का असर पड़ा है।
एग्जिट पोलिंग उन दसियों मिलियन लोगों में से सिर्फ एक हिस्से को दर्शाता है, जिन्होंने चुनाव के दिन और उससे पहले मतदान किया है। प्रारंभिक परिणाम रात भर में बदल सकते हैं क्योंकि बाद में अधिक लोगों का सर्वेक्षण किया जाता है। राष्ट्रीय एग्जिट-पोल के नतीजे देश की सोच को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण चरण है, लेकिन इसे परिणाम का मुख्य-कारक नहीं माना जाता।
वोटिंग के बीच मिली बम की धमकी
बता दें कि मंगलवार की सुबह मतदान के शुरुआती घंटों में कुछ दिक्कतों की खबरें सामने आईं। पेनसिल्वेनिया के कैंब्रिया काउंटी में वोट-काउंटिंग तकनीक में कुछ गड़बड़ियां सामने आईं। जार्जिया के फुल्टन काउंटी में दो मतदान केंद्रों को बम की झूठी धमकियों के बाद कुछ समय के लिए खाली करा दिया गया। एफबीआइ ने कहा कि कई राज्यों में मतदान केंद्रों पर बम की झूठी धमकियां दी गई हैं, जिनमें से अधिकांश रूसी ईमेल डोमेन से आई प्रतीत होती हैं। इसमें राज्यों की पहचान नहीं बताई गई।
लुइसविले, केंटकी में मतदान में देरी और सेंट लुइस में एक मतदान केंद्र में बिजली की आपूर्ति बाधित होने पर जनरेटर का उपयोग करना पड़ा। पिट्सबर्ग और पेनसिल्वेनिया के दो मतदान केंद्रों पर मतदान अधिकारियों के देरी से पहुंचने के कारण वोटिंग में देरी हुई।