क्या सुबह उठते से ही करते हैं फोन का इस्तेमाल? बहुत होता है खतरनाक!

स्मार्ट फोन का उपयोग कितना नुकसानदायी हो सकती है, इसको लेकर एक रोचक दावा सामाने आया है. आमतौर पर स्मार्टफोन के अधिक उपयोग को विशेषज्ञ एक नशीली लत की तरह बताते हैं जिसके नुकसान कम नहीं होती है. अब स्मार्टफोन से संबंधी एक रोचक बात सामाने आई है. एक न्यूरोपैथिक डॉक्टर का कहना है कि अगर सुबह उठते से ही आपने सबसे पहले स्मार्टफोन का उपयोग किया तो उससे पूरे दिन आपको समस्या रह सकती है.
इसका मतलब यही है कि सुबह आंख खुलते ही आपको फोन जैसी चीजों का उपयोग करना रोकना होगा यदि आप अपने दिन प्रभावी और कारगर बिताना चाहते हैं. मिरर के मुताबिक न्यूरोपैथिक विशेषज्ञ जेनी बोरिंग का कहना है कि सुबह उठते ही फोन का इस्तेमाल हमारी नर्वस सिस्टम को ज्यादा ही सक्रिय कर देता है.
सुबह जागते ही अगर आप मोबाइल फोन का इस्तेमाल सबसे पहले करते हैं तो इसका शरीर पर गहरा असर होता है. इससे मैटाबोलिज्म प्रभावित होता है और सिरदर्द भी होने लगता है. बोरिंग के मुताबिक नर्वस सिस्टम ज्यादा उत्तेजित होना पूरी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
सुबह सुबह सबसे पहले फोन का उपयोग करना दिमाग में डोपामाइन लेवल्स बढ़ा देता है जिससे दिमाग और नर्वस सिस्टम ज्यादा उत्तेजित हो जाता है. डॉक्टर का कहना है कि सेल पोन की इलेक्ट्रिक और मैग्नेटिक फील्ड सीधे तौर पर हमारे मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करते हैं. उनका कहना है कि इस पूरी जटिल प्रक्रिया के कारण शरीर को ज्यादा मैग्नीशियम की जरूरत होती है.
इलेक्ट्रिक और मैग्नेटिक फील्ड के कारण हमारे सिर में दर्द हो सकता है और दिन भर के लिए हमारे ऊर्जा के स्तर और मेटाबॉलिज्म पर असर देखने को मिलता है. इतना ही नहीं मोबाइल से निकलने वाली नीली रोसनी हमारे शरीर की घड़ी तक पर असर डालती है और वह उसे यह बताने की कोशिश करती है कि दिन के 12 ही बजे हैं.
वहीं मनोविशेषज्ञ जे राय का भी यही कहना है कि सुबह सुबह सबसे पहले फोन के इस्तेमाल से बचना चाहिए. जब हम सुबह उठते हैं तो हमारा दिमाग सोते समय निकालवे वाली डेल्टा तरंगों को निकला बंद कर देता है. ये तरंगें गहरी नींद में निकलती हैं. उनकी जगह दिमाग जागने पर थीटा तरंगे निकालने लगता है जो दिन के समय की नींद की अवस्था में निकलती हैं और फिर उसके बाद जागने के फौरन बाद और आराम की स्थिति में अल्फा तरंगे निकलती हैं पहले फोन का उपयोग हमारे दिमाग को थीटा और अल्फा तरंगे निकालने का मौका नहीं देता है और दिमाग को पूरी तरह से जगा देता है.