पीली दाल खाकर क्या आपको भी गैस की समस्या बढ़ जाती है? आइए एक्सपर्ट से जानें इसके पीछे का क्या कारण है?

पेट में गैस होना बहुत सामान्य है और हर आदमी डकार या फार्ट के जरिए पेट की गैस को बाहर निकालता है। हालांकि, कई लोग एक्सेस गैस होने के कारण शर्मिंदगी भी महसूस करते हैं। पेट में गैस बनना कई कारणों से हो सकता है। उनमें से एक है कि हम लोग अपने खानपान में इतनी गड़बड़ी करते हैं कि वह ब्लोटिंग और गैस का कारण बनता है। 

कई ऐसे फूड आइटम्स होते हैं, जिनका सेवन करने से आपको एसिडिटी और गैस की समस्या अधिक हो सकती है। कुछ बीन्स और दालें उन फूड आइटम्स में से हैं, जो पेट में गैस करती हैं।

क्यों होती है दाल खाने से गैस?

दरअसल, लेग्यूम्स में एक खास तरह का शुगर होता है जो आदमी पूरी तरह से डाइजेस्ट नहीं कर पाता है। बाकी शुगर टूटकर अब्सॉर्ब हो सकते हैं, लेकिन मानव शरीर ऐसा एंजाइम नहीं उत्पन्न कर पाता है, जो लेग्यूम के शुगर को ठीक तरह से तोड़ पाए। पेट के बैक्टीरिया इस शुगर को खाते हैं और जो फर्मेंटेशन का प्रोसेस हमारे गट में चलता है उससे गैस बनती है। इस गैस को हम फार्ट के जरिए निकालते हैं। 

गैस होने का कारण

अब जरूरी नहीं कि दाल खाने से आपके पेट में गैस बने। ये किसी भी वजह से उत्पन्न हो सकती है। आंतों की गैस हाइड्रोजन, नाइट्रोजन और कार्बन डाइऑक्साइड से बनती है और इसमें किसी तरह का खुशबू नहीं होती। खाने में मौजूद शुगर और हाई सल्फर के फूड्स खाने के कारण गैस से बदबू आती है। यह एक आम समस्या है। 

ऐसे खाएं दाल नहीं होगी गैस और ब्लोटिंग

न्यूट्रिशनिस्ट शिखा गुप्ता ऐसे टिप्स भी बताती हैं, जिसके बाद आपको गैस और ब्लोटिंग की समस्या कभी नहीं होगी। उनके बताए ये 3 टिप्स आप भी जरूर आजमाएं-

  • ब्लोटिंग और गैस से बचने के लिए दाल को पहले कम से कम 8-10 घंटे भिगाएं। दाल और बीन्स को भिगोना न केवल न्यूट्रिएंट्स के बेहतर अब्सॉर्प्शन के लिए अच्छा है, बल्कि यह एमाइलेज को उत्तेजित करने में भी मदद करता है। एमाइलेज एक ऐसा मॉलिक्यूल है जो दाल और बीन्स में कॉम्प्लेक्स स्टार्च को तोड़ने में मदद करता है, जिससे उन्हें पचाना आसान हो जाता है। 
  • दाल को भिगोते वक्त पावी में 1 छोटा चम्मच एप्पल साइडर विनेगर डालने से भी गैस नहीं होगी। एप्पल साइडर विनेगर सादे पानी की तुलना में फाइबर को नरम करने और एंटी न्यूट्रिएंट्स को कम करने में मदद करता है। यही कारण है कि दाल को कम से कम 6-10 घंटे तक भीगने दें। सबसे अच्छा है कि दाल को रातभर भिगोकर रखें।
  • इसके अलावा दाल को पकाते वक्त ऊपर जो सफेद झाग बनता है, उसे भी करछी से हटा लें। यह सफेद झाग सैपोनिन के नाम से जाना जाता है और दाल पकाते वक्त ऊपर जमा होने लगता है। यह भी आपके पेट फूलने की समस्या में बड़ा कारण बनता है। 

प्रो टिप: हींग और अदरक ऐसी सामग्री है, जो आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाने का काम करती हैं। आपने देखा होगा कि अरहर की दाल बनाने से पहले चुटकी भर हींग जरूर डाली जाती है। यह वात बनने से रोकती है। आगे कभी दाल बनाएं, तो उसमें अदरक और चुटकी भर हींग जरूर डालें। 

अब आप भी न्यूट्रिशनिस्ट की बताई हुई इन सरल और जरूरी टिप्स को आजमाएं और दाल से बनने वाली गैस की समस्या को अलविदा कहें। 1 छोटा चम्मच घी डालकर अपनी दाल को और स्वादिष्ट बनाएं और एक फ्लेवरफुल मील का आनंद लें। 

अगर आपको ज्यादा गैस बनती है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। कई बार गट हेल्थ ठीक न होने के कारण भी ऐसा होता है। साथ ही अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है, तो इसे लाइक और शेयर करें। डाइट और हेल्थ से संबंधित ऐसे ही एक्सपर्ट आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।

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