क्या कौवे भी लेते हैं बदला? अगर एक बार इंसानों से मोल ली दुश्मनी
आपने कई ऐसी फिल्में देखी होंगी जिसमें जानवर उन इंसानों को याद रखते हैं जिन्होंने उन्हें चोट पहुंचाई या उनके परिवार को मार डाला. आपको लगेगा कि वो सिर्फ फिल्म होती है, जानवर बदला नहीं ले सकते. पर वैज्ञानिकों ने अब ऐसा दावा किया है, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. एक्सपर्ट्स ने कौवों (Do crows take revenge) को लेकर बताया है कि वो भी बदला लेते हैं. अगर कभी उन्होंने इंसानों से दुश्मनी मोल ली, तो वो कई सालों तक याद रखते हैं.
डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार कौवे भी बदला लेते हैं. ऐसा बर्ड्स एक्सपर्ट्स ने दावा किया है. उनका मानना है कि अगर कौवों की दुश्मनी किसी इंसान से हो गई, तो वो करीब 17 सालों (Crow remember revenge for 17 years) तक याद रखते हैं और बदला लेने की कोशिश में लगे रहते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन के प्रोफेसर जॉन मारजलुफ एक एनवायरोमेंटल साइंटिस्ट हैं. उन्होंने काफी शोध के बाद बदला लेने वाले कौवों पर जानकारी जुटाई है.
कौवे भी लेते हैं बदला!
उन्होंने 2006 में एक एक्सपेरिमेंट किया था, जिसके जरिए उन्होंने टेस्ट किया कि क्या कौवों भी बदला ले सकते हैं? उन्होंने एक दैत्य का मास्क पहन लिया और फिर 7 कौवों को एक जाल में फांसकर पकड़ लिया. उन्होंने पक्षियों के ऊपर पहचान के लिए बैंड बांध दिए थे. कुछ ही पल में उन्होंने बिना चोट पहुंचाए कौवों को आजाद भी कर दिया. पर जॉन ने दावा किया कि छूटने के बाद भी उन कौवों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा. जब भी वो मास्क पहनकर यूनिवर्सिटी कैंपस में निकलते, कौवे उनके ऊपर हमला कर देते.
17 सालों तक कौवों ने रखा याद
उन्होंने अपने शोध से पाया कि पक्षियों के दिमाग में भी एक ऐसा हिस्सा होता है, जो स्तनधारियों के एमिगडाला से मिलता जुलता है. एमिगडाला, दिमाग का वो हिस्सा है, जो इमोशन्स को प्रोसेस करता है. उन्हें ये देखकर हैरानी हुई कि पक्षी, इंसानों की छोटी से छोटी हरकत पर भी गौर करते हैं, यहां तक कि चेहरे भी पहचानते हैं. सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि उन कौवों के झुंड में बाकी कौवे भी उनके ऊपर हमला करने लगे. ये सिलसिला 7 सालों तक चलता रहा. 2013 के बाद से ऐसा हुआ कि कौवों की हिंसा कम होती गई. पिछले साल सितंबर में जब वो टहलने निकले, तब इस घटना को 17 साल हो चुके थे. तब पहली बार ऐसा हुआ कि वो मास्क पहनकर निकले और कौवों ने उन्हें देखकर न आवाज लगाई न ही हमला किया. अब प्रोफेसर जॉन अपने शोध को पब्लिश करने की योजना बना रहे हैं.