नहीं भाता ग्रीन टी का स्वाद, तो इन तरीकों से बनाएं इसे अपनी फेवरेट ड्रिंक!
ग्रीन टी (Green Tea) कैमेलिया साइनेंसिस से बनी एक प्रकार की नेचुरल चाय है, जो स्वास्थ्य के लिए अनेक तरह से लाभदायक होती है।सूखी पत्तियों से बनने वाली ये चाय एशियाई देशों सहित अब तो पूरे विश्व में काफी लोकप्रिय है।ये मेटाबॉलिज्म को तेज करती है, बॉडी डिटॉक्स में मदद करती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है। इसके साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स वजन घटाने में सहायक हैं और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। लेकिन क्या ये सभी को पसंद आती है और यदि नहीं तो इसे कैसे पसंदीदा बनाया जाए आईए जानते हैं इसके बारे में
क्या ग्रीन टी सबको पसंद आती है?
ग्रीन टी का हल्का कड़वा स्वाद हर किसी को पसंद नहीं आता। यही वजह है कि कई लोग तोड़ इसे सिर्फ स्वास्थ्य लाभ के कारण ही पीते हैं। हालांकि अच्छी क्वालिटी के ग्रीन टी उतनी कड़वी नहीं होती, इसके साथ ही इसे सही तरीके से बनाने के कुछ विकल्प अपनाकर इसे और स्वादिष्ट बनाया जा सकता है, जिससे इसे एक पसंदीदा पेय के रूप में अपनाना आसान हो जाता है।
नींबू और शहद मिलाएं- ग्रीन टी में कुछ बूंदें नींबू और एक चम्मच शहद डालने से इसका स्वाद बेहतर होता है, जो इम्यून पॉवर को बढ़ाने में भी सहायक होती है।
फ्लेवरी हर्ब्स का प्रयोग करें- तुलसी, पुदीना, अदरक या दालचीनी डालने से ग्रीन टी में एक विशेष फ्लेवर आता है, जो इसे अधिक हेल्दी और टेस्टी बनाता है।
आइस्ड ग्रीन टी का आनंद लें- गर्मी में ठंडी ग्रीन टी एक बढ़िया विकल्प है। इसे बनाकर ठंडा करें और बर्फ, पुदीना और नींबू की स्लाइस डालकर पिएं।
फलों के रस का उपयोग करें- ग्रीन टी में संतरा, सेब या अनार का रस मिलाएं। इससे इसका स्वाद बढ़ता है और यह पोषण में भी इजाफा करता है।
ज्यादा न पकाएं- ग्रीन टी को 2-3 मिनट ही पकाएं। ज्यादा पकाने से इसमें कड़वाहट आ जाती है, जो स्वाद को प्रभावित करती है।
शहद की जगह अन्य नेचुरल स्वीटनर्स- शहद के अलावा स्टीविया या गुड़ जैसे नेचुरल स्वीटनर भी ग्रीन टी में डाल सकते हैं, जिससे स्वाद में नयापन आता है।
फ्रूटी आइस क्यूब्स डालें- फलों का रस जमाकर आइस क्यूब्स बनाएं और इन्हें ग्रीन टी में डालें। इससे एक ताजगी भरा नया स्वाद मिलता है।
इन टिप्स से ग्रीन टी का स्वाद बढ़ेगा और इसे पसंदीदा पेय बनाना आसान होगा।