भाखड़ा में क्रूजर गाड़ी समेत डूबे नौ लोगों की मौत, तीन की तलाश जारी; 75 किलोमीटर दूर तक नाके लगाए
फतेहाबाद के गांव सरदारेवाला के पास शुक्रवार रात भाखड़ा में गिरी क्रूजर कार में सवार 9 लोगों की मौत हो गई। कार में सवार 14 में से केवल दो लोग ही जिंदा बच पाए हैं। तीन की तलाश शनिवार देर शाम तक जारी रही। शनिवार को चार शव पंजाब के फरीदके हेड और चार सिरसा के कालांवाली पास पंजाब के नहरी क्षेत्र से मिले। नहर में बहे आठ लोगों के शव दुर्घटनास्थल से 40 से 60 किलोमीटर की दूरी पर मिले हैं। एक शव शुक्रवार रात को ही हादसा स्थल के पास मिल गया था।
मृतकों की पहचान गाड़ी चालक छिद्र सिंह ( 55), झंडो बाई (65),जगीरो बाई (45) बलवीर सिंह 60 , सहज दीप कौर (1), सजना (12), रविन्द्र कौर (35), शिरो बाई 60 और कंतो बाई (45) शामिल हैं। गांव महमड़ा निवासी जरनैल सिंह (40) और अरमान (10) बच गए हैं, जबकि तारो बाई (60), लखविंदर कौर (25) और जसविंदर की तलाश बाकी है। प्रशासन ने कोहरे को देखते हुए शनिवार रात आठ बजे के बाद राहत और बचाव दल के सभी 48 सदस्यों को पानी से बाहर निकाल लिया है। पानी में उतरकर तलाशी का अभियान बंद करने के साथ ही प्रशासन ने नहर पर 75 किलोमीटर दूर तक पंजाब के दायरे में नाके लगा दिए हैं। 100 से अधिक लोग नहरों पर तैनात किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार
रतिया उपमंडल के गांव महमड़ा से एक परिवार शादी समारोह के लिए पंजाब की लाधुका मंडी गया था। रतिया के साथ लगते पंजाब के दो गावों से भी उनके रिश्तेदार क्रूजर गाड़ी में सवार हो गए। शुक्रवार रात करीब नौ बजे धुंध के कारण उनकी गाड़ी गांव खाई और सरदारे वाला के बीच 22 फीट गहरी भाखड़ा नहर में गिर गई। इस दौरान गाड़ी में सवार जरनैल सिंह तैरकर बाहर आ गया। उसकी सूचना पर रात को ही तलाशी शुरू कर दी गई, जिसके बाद हादसा स्थल से 11 वर्षीय अरमान को ग्रामीणों ने बाहर निकाल लिया।
थोड़ी देर बाद गाड़ी भी मिल गई, जिसमें अकेला बलबीर सिंह था। अस्पताल ले जाते समय उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। शुक्रवार को रात करीब 12 बजे तक ढूंढा गया, लेकिन धुंध ज्यादा होने के कारण कोई नहीं मिला। ऐसे में राहत कार्य को बीच में ही रोक दिया गया। शनिवार सुबह एनडीआरएफ और एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की टीम ने किश्तियों की मदद से लापता लोगों की तलाश की। 60 किलोमीटर के दायरे में आठ शव मिल गए।
प्रशासन ने पोस्टमार्टम करा आठ के शव परिजनों को सौंपे
प्रशासन ने पोस्टमार्टम के बाद देर शाम आठ मृतकों के शव उनके परिजनाें को सौंप दिया। चालक छिद्र सिंह का शव अभी मोर्चरी में रखा हुआ है। छिद्र सिंह के पुत्र चरणजीत ने बताया कि उसका भाई करमा सिंह फौज में है। वह गुवाहाटी से घर के लिए चल दिया है। उसके आने के बाद शव लेकर घर जाएंगे।
घर पहुंचा अरमान
नहर से जिंदा निकाला गया अरमान अब स्वस्थ है। चिकित्सकों ने देर शाम उसे अस्पताल से घर भेज दिया। अरमान को माजरा निवासी उसका फूफा साथ ले गया है। हादसे में अपनों को खोकर जिंदा बचे अरमान का रो-रोकर बुरा हाल है।
पुल पर नहीं थी सुरक्षा दीवार, 20 फीट गहराई व तेज बहाव के कारण नहीं बच पाए
परिवार के सदस्यों ने बताया कि भाखड़ा के पुल पर सुरक्षा दीवार नहीं थी जिस कारण धुंध के कारण गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी नहर में जा गिरी। घटनास्थल के पास भाखड़ा नहर की गहराई भी करीब 20 फीट है। पानी का तेज बहाव होने के कारण रात को शव आगे बहकर चले गए।
जिंदा बचे
जरनैल सिंह उम्र 40 पुत्र बाज सिंह वासी गांव महमडा
अरमान उम्र 11 साल पुत्र जसविंदर वासी महमडा
इनके मिल गए शव
बलवीर सिंह पुत्र बग्गा सिंह वासी महमडा जिसकी मौत हो गई है।
कनतो बाईं उम्र 45 साल पुत्र जगसीर वासी फतेहपुर पंजाब जिला मानसा
छिद्र सिंह उम्र 55 साल पुत्र वधावा सिंह वासी महमडा गाड़ी ड्राईवर
झंडो बाईं उम्र 65 साल बाज सिंह वासी महमडा
शिरो बाई गांव सरपाली थाना बोहा पंजाब जिला मानसा
सजना उम्र 12 साल पुत्री जसविंदर सिंह वासी महमडा
जगीरो बाई उम्र 45 साल पत्नी अंग्रेज सिंह वासी गांव महमडा
रविन्द्र कौर उम्र 35 साल पत्नी जसविंदर सिंह वासी महमडा
सहज दीप पुत्र रविन्द्र सिंह वासी महमडा
इनकी जारी है तलाश
लखविंदर कौर पत्नी रविन्द्र सिंह वासी महमडा
तारो बाईं उम्र 60 साल पत्नी चंद सिंह वासी महमडा
जसविंदर सिंह उम्र 35 साल पुत्र कुलवंत सिंह वासी रिओद पंजाब जिला मानसा