अमृतसर. सुबह करीब साढ़े तीन बजे डीआईजी जेल सुरिंदर सिंह सैनी की अगवाई में 200 से ज्यादा पुलिस मुलाजिमों ने केंद्रीय जेल फताहपुर में रेड की। पुलिस ने पांच घंटे तक जेल का कोना-कोना जांचा और हर एक कैदी हवालाती की बैरक को अच्छे से चेक किया। इस दौरान पुलिस को 24 मोबाइल फोन, 5300 रुपए की नकदी, चार्जर अन्य लीड्स बरामद की गईं। इस दौरान गैंगस्टर कमल बोरी और बोरू बच्चा से दो-दो मोबाइल बरामद हुए हैं।
हैरानी की बात यह है कि इतनी फोर्स ले जाकर और पांच घंटे तक सर्च अभियान चलाए जाने के बाद भी पुलिस के हाथ केवल 24 मोबाइल ही लग पाए हैं, जबकि जेल में 4,000 से अधिक कैदी हवालाती बंद हैं। इनमें बड़ी संख्या में मोबाइल यूस करने वाले हैं। अगर केवल जून महीने की ही बात की जाए तो 78 मोबाइल फोन बरामद किए गए थे, लेकिन इतनी फोर्स ले जाने के बाद भी 24 मोबाइल बरामद कर ही पुलिस अधिकारी अपनी पीठ थपथपाने में लगे हैं। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि खुद पुलिस अधिकारी भी जानते हैं कि जेल गार्द की मदद से मोबाइल अन्य सामान जेल में पहुंच रहा है।
बावजूद गार्द के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। बातचीत के दौरान डीआईजी सुरिंदर सिंह सैनी ने बताया कि लगातार जेल से गतिविधियां होने की सूचना मिल रही थी। इसके तहत आज यह सर्च अभियान चलाया गया था, ताकि गैंगस्टरों और नशा तस्करों की गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके।
इस तरह आने वाले समय में भी चेकिंग जारी रखी जाएगी। इस दौरान जेल सुपरिंटेंडेंट हरिंदरजीत सिंह, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट हेमंत शर्मा, विजय कुमार अन्य मौजूद थे।
डीआईजी सुरिंदर सिंह सैनी ने बताया कि लगातार जेल से गतिविधियां होने की सूचना मिल रही थी। इसके तहत आज यह सर्च अभियान चलाया गया था।