भूधंसाव के खिलाफ लोगों ने किया प्रदर्शन, लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ निकाला जुलूस

जोशीमठ में लगातार हो रहे भूधंसाव के खिलाफ शनिवार को लोगों ने प्रदर्शन किया। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले लोगों ने उत्तराखंड सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर जुलूस निकाला। इसके बाद तहसील में धरना भी दिया। व्यापारियों ने भी बाजार बंद रखकर समर्थन दिया। 

शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से जोशीमठ नगर के विविध वार्डों में स्थित मकानों के दरकने का सिलसिला जारी है। जिस कारण से नगरवासियों में डर का माहोल है। नपा द्वारा कराये गए सर्वे में अनुसार जोशीमठ नगर के गांधीनगर, सुनील, स्वी, मनोहरबाग, सिंहधार, रविग्राम आदि क्षेत्रों में 500 मकानों में अभी तक भारी दरारें आ चुकी हैं।

दरकते आसियानों से गुस्साये लोगों ने शनिवार को जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले नगर में व्यापक जुलूस प्रर्दशन किया। पालिकाध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार ने कहा कि वे पिछले एक वर्ष से एसडीएम, डीएम, सचिवाल और मंत्रियों के कई चक्कर लगा चुके हैं लेकिन कोई जोशीमठ में हो रहे भूधंसाव की सुध नहीं ले रहा है।

बताया कि सरकार द्वारा निर्मित एक उच्चस्तरीय कमेटी जोशीमठ का सर्वे कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप चुकी है लेकिन अभी तक कोई ट्रीटमेंट शुरू नहीं किया है जो चिन्ताजनक है। 

व्यापारियों ने बाजार बंद रखकर दिया समर्थन
जोशीमठ के लोगों के आंदोलन को व्यापार संघ ने भी समर्थन दिया। शनिवार को पूरा जोशीमठ बाजार बंद रहा। इस दौरान पहली बार दवाइयों और चाय-पानी तक की दुकानें बंद रहीं। व्यापार सभा के अध्यक्ष नैनी भंडारी और सचिव जेपी भट्ट कहते हैं कि प्रशासन और सरकार की विफलता के कारण जोशीमठ नगर बर्बाद हो रहा है लेकिन जनता की सुध नहीं ली जा रही है। कहते हैं कि यदि आवश्यकता हुई तो आगे भी बाजार बंद किया जायेगा। 

एनटीपीसी और बाईपास है जिम्मेदार-विधायक
विधायक राजेन्द्र भंडारी भी प्रदर्शन में शामिल हुए। कहा कि वे इस वक्त जोशीमठ के लोगों के साथ खड़े हैं। कहा कि एनटीपीसी द्वारा बनाई गई टनल और हेलंग मारवाड़ी बाईपास नगर में हो रहे भू स्खलन के लिए जिम्मेदार है। विधायक ने कहा कि सरकार को चाहिए की अविलंब एनटीपीसी परियोजना समेत बाईपास निर्माण को बंद करवाये। विधायक ने जोशीमठ के लोगों से कहा कि वे एक शिष्ठमंडल बनाएं और वो स्वयं इस ्ष्ठिठमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर नगर को सुरक्षित करने की गुहार लगायेंगे

प्रमुख मांगें
उच्चस्तरीय भू वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के अनुसार जोशीमठ को बचाने
नगर में बड़े निर्माणों पर रोक लगाने
बाईपास निर्माण को बंद करने
प्रभावितों का विस्थापन करने, क्षतिपूर्ती बाजार भाव पर देने
जोशीमठ में मकान एवं भू कटाव का सर्वे करवाने की मांग की हे।

प्रभावितों का मकान खाली करना शुरु 
जोशीमठ में मकानों में आ रही भारी दरारों के कारण यहां रहने वाले किरायेदारों ने कमरा खाली करना शुरू कर दिया है। किरायेदार बलबीर नेगी ने भी शनिवार को कमरा खाली करते हुए हमें बताया कि वे यहां पर पिछले 14 वर्षों से रह रहे थे। अब यहां पर रहना खतरे से खाली नही हैं।

Back to top button