दिल्ली: दो करोड़ के गहनों और नकदी की आस में की गई थी दिल्ली में डॉक्टर की हत्या

जंगपुरा एक्सटेंशन में रहने वाले बुजुर्ग डॉक्टर योगेश चंद्र पॉल (63) की लूटपाट के लिए हत्या की वारदात में शामिल घरेलू सहायिका वसंती और उसकी सहेली वर्षा को उम्मीद थी कि उन्हें पीडि़त के घर से दो से ढ़ाई करोड़ की ज्वेलरी व नकदी मिलेगी।

वसंती को पता था कि डाक्टर पॉल नोएडा से बेटी की ज्वेलरी दिल्ली लेकर आए हैं। मगर आरोपियों को पीडि़त डाक्टर के घर से तीन से चार लाख रुपये और कुछ ज्वेलरी ही मिली थी। डाक्टर पॉल बेटी की ज्वेलरी बैंक के लॉकर में रख आए थे। वारदात की मुख्य षडयंत्रकर्ता वसंती को लूट का हिस्सा ही नहीं मिला। उसका हिस्सा आकाश ले गया था। वारदात के बाद वसंती लाजपत नगर चली गई थी। वहां वह एक घर में रात में केयरटेकर काम करती थी।

सभी आरोपी सराय कालेखां स्थित वर्षा व भीम के घर में गए। घटनास्थल से यहां पर इन्होंने लूटी गई नकदी व ज्वेलरी बांटी। इसके बाद आरोपी नेपाल भाग गए। हरिद्वार के बदमाश विश्वरूप सांई, हिमांशु जोशी और आकाश जोशी बस से फरार हुए थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, वसंती व वर्षा अच्छी दोस्त हैं। दोनों नेपाल की रहने वाली हैं। ये दोनों रील बनातीं थीं और सोशल मीडिया पर डालती थीं। ये रील में ज्यादातर नेपाली लोकगीत गातीं थीं। इनकी सोशल मीडिया पर 50 से अधिक रील हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ये भी लोग मैसेंजर पर ही बात करते थे और केवल नेट ही रिचार्ज कराते थे।

मास्टरमाइंड वसंती मैसेंजर से मैसेज व वीडियो कॉल कर आरोपियों को वारदात के लिए बुलाती थी। वह वीडियो कॉल कर पूरे घर को दिखाती और भोगोलिक जानकारी देती। वसंती ने पीडि़त डाक्टर के घर से आरोपियों को काफी वीडियो कॉल की थी।

हवलदार कर्मवीर को वारदात खोलने का श्रेय
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नारकोटिक्स में तैनात हवलदार कर्मवीर को बुजुर्ग डाक्टर की हत्या की गुत्थी को सुलझाने का श्रेय जाता है। उन्हें पता लगा कि आरोपियों ने घटनास्थल से ऑटो लिया है। सीसीटीवी से हवलदार को ऑटो के रजिस्टेशन नंबर के तीन डिजिट तो मिल गए, मगर चौथा स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा था। इसके बाद हवलदार ने बॉर्डर पर लगे आधुनिक कैमरों से चौथे डिजिट का पता लगाया। इसके बाद ऑटो को ढूंढ निकाला। ऑटो चालक नुरू ने बताया कि उसने आरोपियों को सराय कालेखां पर छोड़ा था। इसके बाद पुलिस इनके किराए के घर तक पहुंच गई। यहां पर पता लगा कि वसंती यहां पर आती थी। इसके बाद पुलिस वसंती तक पहुंच गई।

नेपाल व यूपी बॉर्डर पर पुलिस दे रही है दबिश
जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार डॉक्टर की हत्या मे शामिल नेपाल के आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। जिले के वाहन चोरी निरोधक दस्ते की टीम उत्तर प्रदेश और नेपाल बॉर्डर पर आरोपियों की तलाश कर रही है। माना जा रहा है कि आरोपी नेपाल जाने में कामयाब हो गए हैं। जल्द ही नेपाल पुलिस से संपर्क कर आरोपियों तक पहुंच जाएंगे।

आईएसबीटी में पूछताछ कर हरिद्वार पहुंची पुलिस
सरायकाले खां पुलिस चौकी में तैनात सिपाही राजेंद्र को पता लगा कि आरोपियों ने हरिद्वार जाने वाली बस के बारे में आईएसबीटी में पूछताछ की थी। इसके बाद नारकोटिक्स व शाहीनबाग थानाध्यक्ष दिनेश मोराल की टीम हरिद्वार पहुुंचीं। यहां पर पुलिस टीम ने रैकी में शामिल हिमांशु को पकड़ लिया। हिमांशु से पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने नांगल गांव बिजनौर यूपी निवासी आकाश को गिरफ्तार कर लिया। विश्वरूप सांई हरिद्वार में अखाड़े में खाना बनाने का काम करता है। वह नेपाली लोगों का पांडा भी है।

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