दिल्ली: देश में FIIT-JEE के कई कोचिंग सेंटर बंद, चेयरमैन समेत नौ पर केस दर्ज

इससे हजारों छात्र और अभिभावक परेशान हैं, जिनके लाखों रुपये फंस गए हैं। फिटजी कोचिंग के खिलाफ कई शहरों में मामले दर्ज किए गए हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है। लेकिन फिटजी प्रबंधन की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है।

प्रतियोगी इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी करने वाले कोचिंग संस्थान फिटजी के देशभर में कई सेंटर बंद हो गए हैं। इससे हजारों छात्र और अभिभावक परेशान हैं, जिनके लाखों रुपये फंस गए हैं। फिटजी कोचिंग के खिलाफ कई शहरों में मामले दर्ज किए गए हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है। लेकिन फिटजी प्रबंधन की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है।

विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली और उससे सटे नोएडा और गाजियाबाद के अलावा मेरठ, वाराणसी, भोपाल और पटना में भी फिटजी कोचिंग सेंटर बंद हो गए हैं। हजारों की संख्या में छात्र अपने भविष्य को लेकर संशय में है। अगले दो महीने में इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए जेईई परीक्षा होने वाली है। उसके बाद जेईई एडवांस भी परीक्षा है।

कोचिंग सेंटर बंद होने के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है। लेकिन अधिकारियों के मुताबिक, वेतन नहीं मिलने से कई शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी, जिसके कारण कोचिंग सेंटर बंद करने पड़े। अधिकारियों ने बताया कि नोएडा सेंटर में भी शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी थी। सेंटर की तरफ से शिक्षकों की व्यवस्था करने की कोशिश की गई, लेकिन आखिर में सेंटर बंद करना पड़ा।

नोएडा में कोचिंग बंद होने पर फिटजी के चेयरमैन समेत नौ पर केस दर्ज
इंजीनियरिंग की तैयारी कराने वाली कोचिंग फिटजी के चैयरमैन समेत 9 लोगों के खिलाफ कोतवाली सेक्टर-58 में मुकदमा दर्ज किया गया है। सेक्टर-62 में संचालित सेंटर को अचानक से बंद करने और छात्रों व अभिभावकों को कोई जानकारी नहीं देने के बाद कार्रवाई की गई है। नोएडा के डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि सेक्टर-62 में चल रहे फिटजी कोचिंग सेंटर को अचानक से बंद कर दिया गया था। इस पर अभिभावकों ने पुलिस से शिकायत की है।

ग्रेनो वेस्ट निवासी सतसंग कुमार की शिकायत पर कोतवाली सेक्टर-58 में डीके गोयल, मोनिला गोयल, पार्थ हलदर, साधू राम बंसल, रुस्तम दिनशॉ बाटलीवाला, शशिकांत दूबे, मोहित सरदाना, आनंद रमन पी और रमेश बाटलिश के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। डीके गोयल फिटजी के चेयरमैन हैं और रमेश बाटलिश सेक्टर-62 के सेंटर प्रभारी हैं। सतसंग ने पुलिस से शिकायत की है कि उन्होंने अपने बच्चे का दाखिला सेक्टर-62 के सेंटर में कराया था।

उन्होंने बताया कि मंगलवार तक सेंटर पर क्लास हुई और एक घंटे पहले छुट्टी कर दी गई थी। इसके बाद पता चला कि सेंटर को पूरी तरह से बंद कर दिया और स्टाफ दूसरे कोचिंग सेंटर में चला गया हैं। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कोचिंग सेंटर की तरफ से अभिभावकों व छात्रों को कोई जानकारी नहीं दी गई। इस सेंटर पर दो हजार से अधिक छात्र हैं और अभिभावकों ने लाखों रुपये की फीस दी है।

गार्डों को भी दो महीने से नहीं मिला वेतन
रातों रात फिटजी इंस्टीट्यूट के बंद होने से गार्ड भी परेशान हैं। सेक्टर-62 स्थित इंस्टीट्यूट के बंद होने के बाद भी गार्ड वेतन मिलने की आस में अभी भी नौकरी कर रहे हैं। उनका कहना है कि शिक्षक तो दूसरे इंस्टीट्यूट में चले गए हैं। हम लोग कहां जाएं। इन्हें पिछले दो महीने से वेतन तक नहीं मिला है। शुक्रवार को भी गार्ड ड्यूटी करते दिखे।

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