दिल्ली: फरवरी 2026 तक सड़कों पर नहीं दिखेंगी पुरानी बसें, ई-बसों का बढ़ेगा बेड़ा
दिल्ली की सड़कों से परिवहन निगम ने अपनी पुरानी बसों को फरवरी 2026 तक पूरी तरह से हटाने की योजना तैयार की है। इसके तहत चरणबद्ध तरीके से बसों को हटाया जाएगा। जैसे-जैसे पुरानी बसे हटेंगी उसकी जगह पर नई इलेक्ट्रिक बसें को लाया जाएगा।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि डीटीसी और क्लस्टर सेवाओं में पर्यावरण अनुकूल सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए ई-बसों के बेड़े का विस्तार किया जा रहा है। फिलहाल, डीटीसी 1,602 ई-बसों का संचालन कर रही है, वही क्लस्टर बेड़े में 400 ई-बसें हैं। इसे और मजबूत करने के लिए, आने वाले दिनों में 1,038 नौ-मीटर ई-बसें और 200 12 मीटर ई-बसें शामिल होंगी। इसके अतिरिक्त, क्लस्टर सेवा में 1,040 नौ-मीटर ई-बसें और 1,600 12 मीटर की ई-बसें जल्द आएंगी।
दो हफ्ते में 150 मोहल्ला बसों का शुरू होगा संचालन
अधिकारियों के अनुसार, मोहल्ला बसों के संचालन के लिए रूट तय कर लिए गए हैं। 150 से अधिक बसों की खेप आ चुकी है। मौजूदा समय में चार से पांच रूटों पर बसों का ट्रायल किया जा रहा है। आगामी दो सप्ताह के भीतर 150 मोहल्ला बसों को संचालन शुरू होगा। सरकार का दावा है कि दिल्ली में 2025 तक 10,480 बसों में से 80 फीसदी बसें इलेक्ट्रिक हो। इस लक्ष्य को पूरा करने से दिल्ली दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बस बेड़ा वाला शहर बन जाएगा। अभी दिल्ली में 1970 इलेक्ट्रिक बसें हैं। यह बसें साल 2022 में 249, 2023 में 1050 और 2024 में 670 शामिल की गई हैं।
14 माह में 2,624 सीएनजी बसें हटेंगी
अधिकारियों ने बताया कि पुरानी बसों को हटाने के क्रम फरवरी 2026 तक चलेगा। अगले 14 माह में 2,624 सीएनजी बसों को सड़कों से हटाया जाएगा। इस माह 188 बसें हटाई जाएंगी। मार्च 2025 अंत तक कुल 950 हटाई जाएंगी। साल 2025 अंत तक दो हजार से अधिक बसों को हटाया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा समय में 2,760 सीएनजी बसें ऐसी हैं जाे अपनी उम्र सीमा पार कर चुकी हैं। इन बसों की स्थिति और खराब होती जा रही है। ऐसे में चरणबद्ध तरीके से बसों को हटाया जाएगा। बता दें कि डीटीसी के अंतर्गत 67 डिपो और परिवहन विभाग द्वारा प्रबंधित क्लस्टर संचालन के माध्यम से 7,425 बसों का बेड़ा संचालित होता है।
इसमें 5,423 सीएनजी बसें और 2,002 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं। डीटीसी 44 डिपो में 4,278 बसों की देखरेख करती है, जिनमें 2,676 सीएनजी बसें और 1,602 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं। वहीं दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डीआईएमटीएस) 23 डिपो में 3,147 बसों का प्रबंधन करता है, जिनमें 2,747 सीएनजी बसें और 400 इलेक्ट्रिक बसें हैं।