दिल्ली जू: चिड़ियाघर में गूंजेगी सूरत के शेरों की दहाड़
राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में सूरत से शेर का एक जोड़ा लाया जाएगा। इससे यहां कुल छह शेर हो जाएंगे। इस साल दर्शकों को नए वन्यजीव भी देखने को मिलेंगे। इसमें सॉफ्ट हेड टर्टल, पर्पल हेडेड पैराकीट व ऊदबिलाव शामिल हैं।
राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में सूरत के शेरों की दहाड़ जल्द सुनने को मिलेगी। यह शेर जल्द ही यहां पहुंच जाएंगे। इनके आने से जू में शेरों का कुनबा बढ़ेगा। सूरत से शेर का एक जोड़ा लाया जाएगा। इससे यहां कुल छह शेर हो जाएंगे। साथ ही, जो यहां वर्षों से वन्यजीव एकल जीवन व्यतीत कर रह रहे हैं, उनके साथी की भी तलाश की जा रही है।
विशेष बात है कि इस साल दर्शकों को नए वन्यजीव भी देखने को मिलेंगे। इसमें सॉफ्ट हेड टर्टल, पर्पल हेडेड पैराकीट व ऊदबिलाव शामिल हैं। चिड़ियाघर प्रबंधन ने इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी हैं।
मौजूदा समय में चिड़ियाघर में चार शेर हैं। इनके नाम माहेश्वर, महागौरी, सुंदरम और शैलजा है। माहेश्वर-महागौरी और सुंदरम व शैलजा की जोड़ी है। सुंदरम 2009 में दिल्ली जू में ही पैदा हुआ था। जबकि माहेश्वर, महागौरी व शैलजा को गुजरात के जूनागढ़ जू से वर्ष 2021 में लाया गया था। इन तीनों का जन्म 2020 में हुआ था। ऐसे में सूरत से एक शेर का जोड़ा आने से यहां प्रजनन दर बढ़ाने में मदद मिलेगी।
इन वन्यजीवों को मिलेगा साथी
चिड़ियाघर में एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कई वन्यजीवों को देकर अन्य जू से लाया जाएगा। इससे उनके प्रजनन बढ़ाया जा सकता है। उनके साथी न होने के कारण उनका प्रजनन नहीं हो रहा है और उनकी संख्या नहीं बढ़ रही है। ऐसे में अब सफेद मोर, वुल्फ, स्पॉटेड डव, रेड सैंड स्नेक, इजिप्ट वल्चर सहित कई वन्यजीवों को उनका साथी मिलेगा। साथ ही, यहां दो नर जगुआर हैं, उनके लिए मादा जगुआर साथी की तलाश है। साथ ही, अफ्रीकन हाथी शंकर 23 साल से अकेला है। इसके लिए तंजानिया व जिम्बाब्वे से मादा हाथी लाने को लेकर बात चल रही है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द शंकर को साथी मिल सकता है।
गुजरात में शेरों की ब्रीडिंग अच्छी है। ऐसे में वहां से मदद ली जा रही है। सूरत जू से शेर और शेरनी लाने के लिए भी बात चल रही है। उम्मीद है कि अगले कुछ माह में शेर-शेरनी आ जाएंगे। इससे दिल्ली जू में शेरों की संख्या बढ़ सकती। -डॉ संजीत कुमार निदेशक, चिड़ियाघर