दिल्ली : पर्दे के पीछे रहकर शिव प्रकाश ने तैयार की रणनीति

महाराष्ट्र में महायुति ने बड़ी जीत के साथ सत्ता पर वापसी की है। जीत की इस जमीन को तैयार करने में भाजपा के राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश की बड़ी भूमिका रही है। वह पर्दे के पीछे रहकर लगातार रणनीति बनाने में जुटे रहे। संघ और भाजपा के बीच समन्वय का काम किया और इस ऐतिहासिक जीत की बुनियाद रखी। शिवप्रकाश ने लगातार पूरे सूबे का दौरा कर संगठन को मजूबत किया। महाराष्ट्र में बड़े नेताओं के बीच समन्वय में भी उनकी बड़ी भूमिका रही।

शिव प्रकाश महाराष्ट्र के साथ-साथ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के भी प्रभारी हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा की जीत के बाद उन्होंने महाराष्ट्र में डेरा जमा दिया। मुंबई उनका केंद्र है वह लगातार छोटी-छोटी बैठकें और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करते रहे। कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक को भाजपा के आला नेतृत्व तक पहुंचाने का काम भी शिव प्रकाश ने किया। इससे पहले वह पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अपनी रणनीतिक समझ दिखा चुके हैं।

मूल रूप से यूपी के मुरादाबाद के रहने वाले शिव प्रकाश पहले संघ के क्षेत्र प्रचारक रहे हैं। भाजपा में आने के बाद संघ से संबंध के साथ-साथ माइक्रो मैनेजमेंट और बोथ मैनेजमेंट में उन्होंने महारत हासिल की है। रूठे हुए को मनाने का काम भी उन्हें बखूबी आता है। महाराष्ट्र में टिकट वितरण के बाद पहले असंतोष को दूर करने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई। असंतुष्ट कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद किया और उन्हें चुनाव में काम पर लगाया। मध्यप्रदेश की जीत के बाद महाराष्ट्र जीतने के बाद शिवप्रकाश का कद भाजपा की सियासत में बढ़ गया है।

मध्य प्रदेश की टीम को महाराष्ट्र में लगाया 

शिव प्रकाश ने मध्य प्रदेश की टीम को महाराष्ट्र में भी एक्टिव किया। मध्य प्रदेश की जीत में लाडली बहन योजना की बड़ी भूमिका थी। महाराष्ट्र सरकार ने भी इस योजना को लागू किया। मध्य प्रदेश के अनुभव यहां काम आए।इसके साथ मध्य प्रदेश के नेताओं ने महिलाओं के बीच जाकर योजना के बारे में विस्तार से बताया। इस योजना के सहारे भाजपा महिलाओं को आकर्षित करने में सफल रही और महिलाओं का मध्य प्रतिशत बढ़ा। महिला वोटो के सहारे भी भाजपा को बड़ी जीत हासिल करने में कामयाबी मिली।

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