Deepika Padukone के शिफ्ट डिबेट पर बॉलीवुड अभिनेता ने दिया शॉकिंग बयान

ग्लैमरस दिखने वाली फिल्म इंडस्ट्री में किसी भी कलाकार के लिए शूटिंग का कोई फिक्स टाइम नहीं होता है। काम के मुताबिक किसी को 12 घंटे शूट करना पड़ता है तो किसी को 24 घंटे। ऐसे में किसी एक का 8 घंटे शिफ्ट के डिमांड करने से फिल्मी दुनिया में एक नई बहस छिड़ गई है।
इस बहस की शुरुआत दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) ने की है। पिछले साल एक बेटी दुआ की मां बनीं दीपिका ने एक फिल्म के लिए 8 घंटे के शिफ्ट की मांग की थी जिसके चलते वह फिल्म से बाहर भी हो गईं। काजोल, अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा समेत कई सेलेब्स ने दीपिका का साथ दिया, लेकिन कुछ ने डिप्लोमैटिक तरीके से जवाब दिया।
शिफ्ट डिबेट पर बोले अली फजल
अब मिर्जापुर के गुड्डू भैया यानी अली फजल (Ali Fazal) ने भी 8 घंटे शिफ्ट डिबेट पर अपनी राय दी है। उनका कहना है कि एक्टिंग कोई कॉर्पोरेट जॉब नहीं है। स्क्रीन के साथ बातचीत में अली फजल ने कहा, “मैं सभी के संतुष्ट होने का फेवर में हूं। आखिरकार हम क्रिएटर्स हैं। यह कोई कॉर्पोरेट जॉब नहीं है। उन्हें बुरा न लगे, लेकिन ऐसा नहीं है। चीजें बनाने के लिए बहुत सहानुभूति की जरूरत होती है। एक्टर्स, क्रिएटर्स और टैक्नीशियंस के बीच आपसी सहमति से यह तय होना चाहिए कि ‘किसी खास प्रोजेक्ट में कितने घंटे लगेंगे?’
जॉनर के हिसाब से बदलता काम करने का तरीका
अली फजल ने आगे कहा, “कभी-कभी, कुछ प्रोजेक्ट्स के लिए ज्यादा जरूरत नहीं होती है क्योंकि यह वीएफएक्स-हैवी होता है। कुछ प्रोजेक्ट्स के लिए ज्यादा समय की जरूरत होती है क्योंकि उनमें एक्शन और ड्रामा शामिल होता है। जॉनर काम करने के तरीके को बदल देती है। हम इसी तरह की इंडस्ट्री में हैं। आप कोई खाका नहीं बना सकते। यह सब सब्जेक्टिव है। यह दूसरों के लिए चर्चा करने और अपनी राय देने का विषय नहीं है। लोगों से पक्ष लेने के लिए कहना कठोर है। यह सही नहीं है।”
दीपिका पादुकोण का 8 घंटे शिफ्ट विवाद
बता दें कि कुछ समय पहले ऐसी खबर आई थी कि दीपिका पादुकोण को संदीप रेड्डी वांगा की अपकमिंग मूवी स्पिरिट (Spirit) से सिर्फ इसलिए हटा दिया गया है क्योंकि उन्होंने 8 घंटे शिफ्ट की मांग की थी और साथ ही ज्यादा फीस की भी डिमांड की थी। इस फिल्म में दीपिका को तृप्ति डिमरी ने रिप्लेस किया है।