बेटी की शादी के लिए नहीं मिली छुट्टी, रेलवे मुख्यालय में क्लर्क ने फंदा लगाकर दे दी जान
जयपुर: सुसाइड नोट में नसरी ने ऑफिस के साथियों पर परेशान करने और मानसिक तनाव देने का आरोप लगाया। चार महीने पहले उनकी पोस्टिंग यहां हुई थी। रिटायरमेंट से एक साल पहले इस घटना ने कर्मचारियों में आक्रोश पैदा कर दिया है।
राजधानी जयपुर स्थित उत्तर-पश्चिम रेलवे के हेडक्वार्टर में रेवले के एक क्लर्क ने अग्निशमन के पाइप पर रस्सी का फंदा बनाकर सुसाइड कर लिया। एक साल बाद वे रिटायर होने वाले थे। क्लर्क के पास सुसाइड नोट भी मिला।
जानकारी के अनुसार रेवले में सहायक कार्यालय अधीक्षक के पद पर काम कर रहे नसरी मीणा को कुछ दिन बाद अपनी बेटी का ब्याह करना था, लेकिन ऑफिस के साथियों ने ही उन्हें इस कदर परेशान कर दिया कि नरसी ने जान दे दी। सोमवार को नसरी मीणा ने उत्तर-पश्चिम रेलवे के हेडक्वार्टर में के बेसमेंट में अग्निशमन के पाइप पर रस्सी का फंदा बनाकर सुसाइड कर लिया। एक साल बाद वे रिटायर होने वाले थे। उनके पास सुसाइड नोट भी मिला। नरसी ने अपने साथी कर्मचारियों पर परेशान करने और छुट्टी नहीं देने के आरोप लगाए हैं। बाबू की बेटी की अप्रैल में शादी थी।
जवाहर सर्कल थानाधिकारी विनोद सांखला ने बताया कि नरसी मीणा (59) ने कार्यालय में सोमवार शाम फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। नरसी रोजाना की तरह सुबह कार्यालय पहुंचे थे। इसके बाद 10:30 बजे अपनी टेबल पर मोबाइल और टिफिन छोड़कर कहीं चले गए। दोपहर में लंच टाइम में साथी कर्मचारियों को नहीं दिखे तो उनकी तलाश शुरू की गई। तभी एक कर्मचारी ने बताया कि नरसी काफी समय से किसी रिकॉर्ड की फाइल को तलाश रहे थे। इसके बाद कर्मचारी बेसमेंट में पहुंचे तो वहां पर चीफ ओएस कार्मिक विभाग के रिकॉर्ड रूम में अग्निशमन के पाइप पर नरसी लटके मिले। इसके बाद पुलिस को सूचना की गई।
छुट्टी नहीं मिल रही थी
नरसी को बेटी की शादी के लिए छुटि्टयां चाहिए थी। ससुर राम सिंह मीणा और साथी कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नरसी मीणा छुट्टी के लिए अधिकारियों से लगातार अनुरोध कर रहे थे, लेकिन उन्हें छुट्टी नहीं दी गई। इसके कारण वे मानसिक तनाव में थे। नरसी मीणा के रिटायरमेंट में एक साल और बचा था। कर्मचारी संगठनों ने की कार्रवाई की मांग रेलवे कर्मचारी संगठनों ने घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
संगठनों ने आरोप लगाया है कि काम का अत्यधिक दबाव और प्रशासन की उपेक्षा कर्मचारियों की मानसिक स्थिति पर असर डाल रही है। नरसी मीणा गांव टहला अलवर के रहने वाले थे। वर्तमान में जगतपुरा स्थित रेलवे अपार्टमेंट में रह रहे थे। चार माह पहले ही उनकी यहां पोस्टिंग हुई थी। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं।