काशी में हर घंटे बढ़ रहीं गंगा, मणिकर्णिका की छत पर शवदाह

गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला लगातार जारी है। सोमवार को जलस्तर में तीन गुना की रफ्तार से बढ़ोतरी दर्ज की गई। जलस्तर बढ़ने के कारण घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है। दशाश्वमेध घाट पर जहां छत पर गंगा आरती हो रही है। वहीं, मणिकर्णिका घाट की छत पर शवदाह किया जा रहा है। जगह कम होने के कारण शवयात्रियों को परेशानी हो रही है।
केंद्रीय जल आयोग की बाढ़ बुलेटिन के अनुसार सोमवार को गंगा का जलस्तर 67.80 मीटर दर्ज किया गया। गंगा के जलस्तर में तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ाव जारी है। पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण प्रयागराज, फाफामऊ और मिर्जापुर में भी गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ाव हो रहा है। इसका असर बनारस में भी नजर आ रहा है। बनारस में जलस्तर बढ़ने के कारण बलिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बलिया में खतरे का निशान 57.615 मीटर है जबकि जलस्तर 57.77 मीटर बना हुआ है।
गाजीपुर में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से महज एक मीटर नीचे है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि से तटवर्ती इलाके के लोग सशंकित हैं। जिला प्रशासन की ओर से जलस्तर की निगरानी की जा रही है। पहले पानी बढ़ने की रफ्तार धीमी थी, लेकिन सोमवार को तीन सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पानी बढ़ने लगा।
वाराणसी में गंगा में चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे का निशान 71.262 मीटर है। फिलहाल जलस्तर चेतावनी बिंदु से लगभग तीन मीटर नीचे है। यदि इसी रफ्तार से जलस्तर में वृद्धि जारी रही तो पानी चेतावनी बिंदु तक पहुंचने के आसार हैं।





