हड्डी व जोड़ों के रोगियों को मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं : डॉ. केपी जायसवाल

जीवन ज्योति हॉस्पिटल एंड फैक्चर सेंटर का हुआ भव्य उद्घाटन
50 बेड सहित अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है अस्पताल

सुरेश गांधी

भदोही : डालरनगरी भदोही में अब हड्डी और जोड़ों के रोगियों को पहले से और आधुनिक और बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगे। इसके लिए शहर के चैरी रोड़ स्थित इंदिरा मिल चैराहा के समीप जीवन ज्योति हास्पिटल का भव्य उद्घाटन किया गया। अस्पताल का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं पूर्व प्रोफेसर हड्डी रोग विभाग आसाम मेडिकल कालेज डिब्रूगढ़ डाॅ शांतनु लहकर ने फीता काटकर किया। इस मौके पर मड़ियाहूं विधायक डाॅ आरके पटेल, जीवन दीप हास्प्टिल के डाॅ एके गुप्ता, अस्पताल के निदेशक डाॅ केपी जायसवाल, समाजसेवी हाजी शाहिद हुसैन अंसारी, डाॅ आलोक सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष विनय श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, आशिश सिंह बघेल, डाॅ एके सिंह, डा अश्विनी मौर्या, डाॅ पियुश जायसवाल, विनीत बरनवाल, चेयरमैन अशोक जायसवाल, डाॅ अरशद महमूद सहित कई गणमान्य हस्तियां मौजूद थी।

अस्पताल के निदेशक डाॅ केपी जायसवाल ने बताया कि इस अस्पताल में प्रत्यारोपण से लेकर हड्डी के किसी भी तरह के इलाज की अत्याधुनिक सुविधा मुहैया होगी। मरीजों को बड़े बड़े शहरों में मिलने वाली बेहतरीन सुविधाएं अब उनके इस अस्पताल में मिलेगी। हड्डी और जोड़ों के रोगों का ईलाज करने में माहिर एवं घुटने व कुल्हों को आधुनिक तरीके से बदलने में महारत हासिल करने वाले डॉ. केपी जायसवाल ने बताया कि पहले ये सुविधाएं लोगों को बड़े बड़े शहरों में जाकर महंगी दामों पर प्राप्त होती थी। अब बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। एक सवाल के जवाब में डाक्टर ने बताया कि हड्डियोंमें जुड़ाव की प्रक्रिया में उम्र मायने रखती है। बच्चों की हड्डियां वयस्कों की अपेक्षा जल्द जुड़ती हैं। हड्डियों में रक्त संचार में फर्क होने से हड्डियों के जुड़ने में देरी होती है और यह विकृति का रूप ले लेती है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में पूरे 24 घंटे इमरजेंसी मिलेगी। इसके अलावा आईसीयू वीथ वेंटिलेशन, घुटने व कुल्हें का रिप्लेसमेंट, स्पाइन संर्जरी, इक्वीप्ड मार्डन आपरेशन थीयेटर, आर्थोपेडिक और ट्रामा मैनेजमेंट की भी सुविधा उपलब्ध होगी। अस्पताल में कुल 50 बेड होंगे। उन्होंने बताया कि सारी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस हॉस्पिटल में लगभग सभी रोगों का इलाज कम से कम खर्च में उपलब्ध रहेगा।

हॉस्पिटल में महिलाओं एवं पुरुषों के लिए अलग अलग वार्ड बनाया गया है, साथ ही नॉन एसी, एसी कमरों की भी व्यवस्था कम खर्च पर उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि हड्डी रोग के इलाज में आधुनिकता जुड़ी है। तेजी से बेहतर इलाज के रास्ते ढूंढ़े जा रहे हैं। लोग अब परंपरागत इलाज के बजाय आधुनिक तकनीक से इलाज के लिए जागरूक हुए हैं। अभी और बड़ी सुविधाएं मुहैया करायी जायेगी। डा केपी जायसवाल ने बताया कि आज घुटने, कंधे और कूल्हे की समस्या आम हो चुकी है। छोटे बच्चों के पांव टेढ़े होने की समस्या भी पांव पसार रही है। ऐसे रोगों के महंगे इलाज की वजह से आम व्यक्ति काफी समस्याग्रस्त रहता है। जो भी अच्छे अस्पताल हैं, वे बहुत महंगे हैं या यूपी से काफी दूर हैं। महंगे इलाज की वजह से मरीजों को दर-दर भटकना न पड़े, इसी उद्देश्य से इस अस्पताल की स्थापना की गई है।

उन्होंने बताया कि हड्डी के आपरेशन, विशेषतः जोड़ प्रत्योरोपण में सबसे ज्यादा खतरा इंफेक्शन का रहता है। इसके रोकथाम के लिए अस्पताल में जोड़ सर्जरी के लिए विशेषीकृत, एचडी आथ्र्रोस्कोपी सिस्टम से युक्त माड्यूलर ऑपरेशन थियेटर और फ्रैक्चर या अन्य आपरेशन के लिए अलग सी आर्म युक्त अत्याधुनिक ओटी बनाई गई है। मरीजों की देखभाल के लिए आईसीयू, जनरल, सेमि प्राइवेट एवं प्राइवेट बेड की सुविधा उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त एक ही परिसर में रक्त जांच, डिजिटल एक्सरे, स्पोर्टस इंज्यूरी क्लीनिक, आधुनिक फीजियोथेरेपी सेंटर और इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध हैं। डॉ केपी जायसवाल का दावा है कि मल्टीस्पेशलिटी सेवाओं से सुसज्जित, केवल हड्डी रोगों के उपचार के लिए समर्पित यह मरीजों को हर सुविधाएं देने में सफल होगी।

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