गोंडा: तेजी से पांव पसार रहीं संक्रामक बीमारियां, सांस रोगी की मौत… 192 पहुंची डेंगू मरीजों की संख्या

उत्तर प्रदेश के गोंडा में संक्रामक बीमारियां तेजी से पांव पसार रही हैं। रात में ठंड होने से सांस मरीजों की मुश्किल बढ़ गई है। शनिवार शाम को मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक सांस मरीज की मौत हो गई है। वहीं पांच नए मरीजों के साथ डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 192 पहुंच गई है। जबकि वहीं इतनी ही संख्या में संभावित डेंगू मरीज झोलाछाप व निजी अस्पतालों में उपचार करवा रहे हैं।

तरबगंज के गिरधरपुर निवासी शैलेश (27) को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। परिजनों ने महाराजा देवी बख्श सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के इमरजेंसी में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं एक अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक महीने भर संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाए जाने के बावजूद संक्रामण बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। 

तेजी से बढ़ रही डेंगू मरीजों की संख्या

शहर से लेकर गांव तक होने वाले फॉगिंग व छिड़काव सिर्फ फोटो खिंचवाने तक सीमित रह गया। सीएमओ कार्यालय व इमरजेंसी के पास महीनों से भरा गंदा पानी भी अभियान के नाकामयाबी की तस्दीक करता है। नतीजन डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 192 पहुंच गई। हालांकि अभी पिछले साल की तुलना में डेंगू मरीजों की संख्या काफी कम है। वर्ष 2023 में डेंगू के कुल 432 मरीजों की पुष्टि हुई थी।

ये हैं डेंगू के प्रमुख लक्ष्मण

डेंगू बुखार के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं तथा 10 दिनों तक रहते हैं। इसमें अचानक तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द थकान, जी मिचलाना, उल्टी आना, दस्त होना, त्वचा पर लाल चकत्ते, जो बुखार आने के दो से पांच दिन बाद दिखाई देते हैं, मसूड़ों से हल्का रक्तस्राव आदि शामिल हैं। कभी-कभी डेंगू बुखार के लक्षण हल्के होते हैं और यह फ्लू या अन्य वायरल संक्रमण के समान हो सकते हैं।

घर के आसपास न जमा होने दें पानी

जिला मलेरिया अधिकारी एसजेडए जैदी ने बताया कि डेंगू मादा एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर अक्सर दिन के समय में काटता है। कूलर, टंकी, घड़ा व पुराने टायरों में भरे पानी में ये मच्छर अंडे देते हैं। अपने आस-पास जल जमाव न होने दें। साफ सफाई व मच्छरदानी का प्रयोग करके बीमारी से बचा सा सकता है।

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