गोंडा: डेंगू के 11 नए मरीज, बढती ही जा रही संख्या

संचारी रोग नियंत्रण के सरकारी दावों के बावजूद डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को 11 नए मरीजों के साथ डेंगू के कुल केस 288 तक पहुंच गए। स्वास्थ्य महकमा ने 11 विभागों के साथ मिलकर एक अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया, इस दौरान दस्तक अभियान के तहत हुई स्क्रीनिंग में 1,821 मरीज बुखार के लक्षण वाले पाए गए। जिनकी सूची संबंधित सीएचसी पर देकर दवाइयां घर भेजी गईं।
जिले में वायरल बुखार के बीच डेंगू के मरीज लगातार मिल रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में हर रोज 300 से अधिक लोगों की डेंगू, मलेरिया व टायफाइउ की जांच कराई जा रही है। वहीं, बड़ी संख्या में निजी अस्पताल में डेंगू के लक्षण वाले मरीजों का उपचार हो रहा है। हालांकि, निजी अस्पतालों में भर्ती डेंगू मरीजों की संख्या सरकारी आकड़ों में नहीं जुड़ता लेकिन मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक से हर रोज प्लेटलेट्स की डिमांड को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी अस्पताल से कई गुना ज्यादा डेंगू के मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं।
ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. चेतन परासर ने बताया कि इस समय हर रोज 25 से 30 यूनिट प्लेटलेट्स की खपत हो रही है। जिसमें अधिकांश निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। मेडिकल कॉलेज के फिजीशियन डॉ. अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि मादा एडीज मच्छर काटने से डेंगू फैलता है। धारीदार मच्छर के काटने से शरीर में डेंगू का वायरल पहुंच जाता है।