कोरोना वायरस का लोगों पर पड़ने वाला है और भी बुरा असर, जाएंगी 5 करोड़ नौकरियां
कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया के कई शहरों में लॉकडाउन किया जा रहा है. यातायात रोक दिया गया है. कई शहरों में तो एयरपोर्ट भी बंद है. लोगों का आना-जाना बंद लगभग बंद है. कई लोग संक्रमण की डर की वजह से बाहर नहीं निकल रहे हैं. सेमिनार, अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स, खेल आयोजन, बैठके सबकुछ रद्द कर दिए गए हैं. लेकिन इससे सबसे ज्यादा नुकसान अगर किसी को होगा तो वो है पर्यटन उद्योग यानी टूरिज्म इंडस्ट्री.
पर्यटन उद्योग में कोरोना वायरस की वजह से 5 करोड़ लोगों का रोजगार खत्म हो सकता है. ये जानकारी दी है वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल (WTTC) इंडस्ट्री ग्रुप ने. ब्लूमबर्ग इकोनॉमिक्स ने इस ग्रुप के हवाले से लिखा है कि सैकड़ों विमान ग्राउंडेड हैं. दर्जनों क्रूज शिप खड़े हैं.
WTTC की मैनेजिंग डायरेक्टर वर्जिनिया मेसिना ने बताया कि 2020 में पर्यटन से जुड़ी 25% बुकिंग्स कैंसिल की जा चुकी हैं. ऐसे में टूरिज्म इंडस्ट्री को खासा नुकसान हो रहा है. कई टूर एंड ट्रैवल कंपनियां इसे बर्दाश्त नहीं कर पाएंगी. वो ज्यादा दिन तक लॉकडाउन में जीवित नहीं रह पाएंगी.
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WTTC के अनुसार इस बीमारी की वजह से दुनियाभर में पर्यटन सेक्टर में काम कर रहे 16 फीसदी लोगों की नौकरी जाएगी. यानी कोरोना वायरस से करीब 5 करोड़ लोगों के रोजगार पर खतरा है.
WTTC ने यह अनुमान पर्यटन सेक्टर के 2018 में आए वैश्विक आंकड़ों के अनुसार लगाया है. इसके मुताबिक दो साल पहले पूरी दुनिया में 319 मिलियन यानी 31.0 करोड़ लोग पर्यटन इंडस्ट्री में काम कर रहे थे.
वर्जिनिया मेसिना ने बताया कि पर्यटन उद्योग में सबसे ज्यादा नुकसान उन लोगों और कंपनियों को होगा जो चीन के साथ ज्यादा डील कर रहे थे. क्रूज शिप कंपनियों की तो हालत खराब हो जाएगी. क्योंकि चीन के लोग भी क्रूज शिप पर जाना ज्यादा पसंद करते हैं.
WTTC ने अपने अध्ययन में पाया है कि कोरोना वायरस की वजह से पर्यटन उद्योग में 90 तरह की दिक्कतें आने वाली हैं. इसकी वजह से पर्यटन उद्योग को नुकसान होगा उससे उबरने में करीब 10 से 12 महीने लग जाएंगे.