इस देश में कोरोना हुआ बहुत खतरनाक, 80% आबादी होगी प्रभावित
यूनाइटेड किंगडम (यूके) यानी ग्रेट ब्रिटेन, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड में अगले साल वसंत के मौसम तक कोरोना वायरस के रहने की आशंका जताई गई है. अगर यह भविष्यवाणी सही हुई तो यूके के 79 लाख लोग इस वायरस से प्रभावित होंगे. यानी अस्पतालों तक पहुंचेंगे. यह डरावनी जानकारी आई है यूके के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के अधिकारियों की बैठक में. इस बैठक में हुई बातचीत का खुलासा किया है द गार्जियन अखबार ने.
एनएचएस के चीफ ने इस बैठक में यह बात मानी है कि इस वायरस को खत्म होने में अभी एक साल और लगेंगे. क्योंकि कोरोना वायरस के यूके में मौजूद स्ट्रेन ज्यादा बड़े और ताकतवर हो चुके हैं. इन्हें रोकने में यूके की सरकार और प्रशासन को करीब 12 महीने का समय और लगेगा.
एनएचएस के मुताबिक यूके के अंदर आने वाले सभी देशों के स्वास्थ्य प्रमुखों ने यह बात भी मानी है कि अगले साल 2021 वसंत तक पूरे यूके की 80 फीसदी आबादी इस वायरस से संक्रमित हो चुकी होगी. ब्रिटेन की सरकार के मुख्य स्वास्थ्य सलाहकार प्रोफेसर क्रिस विटी ने इस बैठक में स्पष्ट किया कि वसंत 2021 तक पूरे यूके में हर पांच में से चौथे आदमी को कोरोना वायरस का संक्रमण होगा.
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बैठक में यह बात जिस दस्तावेज के आधार पर कही गई है उसमें लिखा है कि अगले 12 महीने में यूके की 80 फीसदी आबादी कोविड 19 कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुकी होगी. पूरी आबादी का 15 फीसदी हिस्सा अस्पतालों में भर्ती हो चुका होगा.
इस बैठक के बाद ग्रेट ब्रिटेन, वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड के सभी आपातकालीन सेवाओं के आला अधिकारियों को चेतावनी दे दी गई है. उन सभी से कहा गया है कि देश में बुरी से बुरी हालात में तैयार रहना होगा. यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया में मेडिसिन के प्रोफेसर पॉल हंटर ने कहा कि हो सकता है कि वायरस 12 महीने तक यूके में टिक जाए. इससे लोग काफी परेशान होंगे. लेकिन मुझे सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर संदेह है.
गौरतलब है कि यूके में इस समय 1391 कोरोना संक्रमित मामले हैं. जबकि, 35 लोगों की मौत हो चुकी है. इंग्लैंड में 1099, स्कॉटलैंड में 153, वेल्स में 94 और उत्तरी आयरलैंड में 45 कोरोना संक्रमित हैं. इस दस्तावेज में यह भी कहा गया है कि पूरे यूके में करीब 50 लाख लोगों को एक महीने तक लगातार काम करना पड़ सकता है. ये वो लोग होंगे जो यूके में बेहद जरूरी काम करते हैं. जैसे- स्वास्थ्यकर्मी, एनएचएस, फायरब्रिगेड, पुलिस आदि.