गाजा बना नर्क! हर घंटे मारा जाता है एक बच्चा, युद्ध के दौरान 14 हजार से ज्यादा ने गंवाई जान
इजरायल और गाजा के बीच अभी भी युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन ब दिन वहां के हालात बदहतर होते जा रहे हैं, वहीं गाजा में रह रहे फलस्तीन शरणार्थियों को लेकर UNRWA (संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी) ने एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा पट्टी में हर घंटा एक बच्चा मारा जाता है, बच्चों के लिए वहां कोई जगह नहीं है।
यूनिसेफ के अनुसार युद्ध की शुरुआत के बाद से गाजा में 14,500 बच्चों के मारे जाने की सूचना है। हर घंटे एक बच्चे की मौत हो जाती है। ये संख्याएं नहीं हैं। यूएनआरडब्ल्यूए ने एक प्रेस बयान में कहा,
‘ये जिंदगियां खत्म हो गई हैं। बच्चों की हत्या को उचित नहीं ठहराया जा सकता। जो बच जाते हैं वे शारीरिक और भावनात्मक रूप से आहत होते हैं। गाजा में बच्चों को ठीक से स्कूली शिक्षा भी नहीं मिल पा रही है, इन बच्चों के लिए हर घंटे घड़ी टिक-टिक कर रही है, वे अपना जीवन, अपना भविष्य खो रहे हैं।’
इजरायल ने किया था बड़ा हमला
7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायली सीमा के माध्यम से हमास के उत्पात के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के लिए इजरायल गाजा में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला कर रहा है। जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 को बंधक बना लिया गया।
वहीं गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक गाजा पट्टी में चल रहे इजरायली हमलों से मृतक फलस्तीन संख्या 45,338 हो गई है। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने मंगलवार को एक बयान में बताया। इससे पहले सोमवार को इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्धविराम समझौते पर भी नेतन्याहू ने की थी बात
युद्धविराम समझौते पर क्या बोले नेतन्याहू?
हमास के साथ बंधकों के लिए युद्धविराम समझौते को सुरक्षित करने के प्रयासों में बढ़ोतरी हुई
आगाह किया कि समझौते तक पहुंचने की समयसीमा अभी बाकी है।
मुझे नहीं पता कि इसमें कितना समय लगेगा।
विदेश मंत्री ने भी दिया बयान
इजरायली संसद, नेसेट के समक्ष बोलते हुए, नेतन्याहू ने कहा, ‘जब तक हम सभी को घर नहीं ले आते, तब तक हर संभव तरीके से कार्य करना जारी रखेंगे। सोमवार को, विदेश मंत्री गिदोन सार ने नेसेट विदेश मामलों और रक्षा समिति की एक बंद बैठक के दौरान समझौते के कुछ हिस्सों को रेखांकित किया, इसे एक चरणबद्ध फ्रेम वर्क के रूप में वर्णित किया गया है।
इजरायली और फलस्तीनी मीडिया ने बताया कि कतर, मिस्र के नेतृत्व में प्रयास किए गए और अमेरिकी मध्यस्थों ने प्रगति दिखाई है, हालांकि कोई सफलता नहीं मिल पाई है।