कांग्रेस में जारी हैं अंदरूनी कलह, पृथ्वीराज चव्हाण के खिलाफ उठी कार्रवाई की मांग

कांग्रेस में अतर्कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस में अंदरूनी लड़ाई और बढ़ती जा रही है। इंडयिन ओवरसीज कांग्रेस के सचिव वीरेंद्र वशिष्ठ ने पार्टी नेता पृथ्वीराज चव्हाण के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि ग्रुप 23 के सदस्य चव्हाण ने हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ आवाज उठाई थी। चव्हाण के इसी बयान को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग हो रही है.

कांग्रेस की अनुशासन समिति के अध्यक्ष तारिक अनवर को लिखे एक मेल में वीरेंद्र वशिष्ठ ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण पर कार्रवाई की मांग की। वशिष्ठ ने अपनी चिट्ठी में कहा, ‘मैं आपका ध्यान कांग्रेस पार्टी के आंतरिक चुनाव को लेकर पिछले कुछ दिनों से टीवी चैनलों पर पृथ्वीराज चव्हाण के झूठे बयानों की ओर दिलाना चाहता हूं। मैं राहुल गांधी के खिलाफ झूठ बोलने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की भी मांग करता हूं।’

गौरतलब है कि चव्हाण ने 30 अगस्त को गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की थी। चव्हाण के साथ अन्य जी-23 सदस्य हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और आनंद शर्मा भी थे। बैठक से कुछ दिनों पहले आजाद ने राहुल गांधी को “अपरिपक्व” कहकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया ता। उन्होंने राहुल गांधी को “परामर्श तंत्र को ध्वस्त करने” के लिए जिम्मेदार ठहराया।

चव्हाण ने कहा था कि “कठपुतली अध्यक्ष” बनाकर पार्टी को नहीं बचाया जा सकता। कांग्रेस को बचाने के लिए ठोक कदम उठाने होंगे। समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में चव्हाण ने कहा, ‘अगर राहुल गांधी अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं तो पार्टी को किसी विकल्प की तलाश करनी चाहिए। साथ ही उसे चुनाव के जरिए चुना जाना चाहिए। अगर “कठपुतली अध्यक्ष” बनाकर ‘बैकसीट ड्राइविंग’ करने की कोशिश की गई तो कांग्रेस नहीं बच पाएगी।’

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