अभी भी जारी है ऑपरेशन कावेरी, पढ़े पूरी खबर

सूडान में फंसे 135 भारतीय नागरिकों का 10वां जत्था IAF C 130J फ्लाइट पोर्ट सूडान से सफलतापूर्वक रवाना हो गया है। इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय (MEA) की ओर से दी गई है।

सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच संघर्ष के कारण अस्थिर स्थिति पैदा हो गई है जिसने कई लोगों को संकट में डाल दिया है। वहां के लोगों की जान जोखिम में फंसी हुई है। ऐसे में सूडान में फंसे भारतीय लोगों को वापस लाने के उद्देश्य से “ऑपरेशन कावेरी” शुरू किया गया है।

विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, “#ऑपरेशन कावेरी चल रहा है। IAF C-130J फ्लाइट में 135 यात्रियों के साथ निकासी का 10वां जत्था पोर्ट सूडान से जेद्दाह के लिए रवाना हुआ।

इससे पहले एक ट्वीट में बागची ने कहा था, “आईएनएस तरकश ने #ऑपरेशन कावेरी के प्रयासों को सफल बनाया है! भारतीयों का नौवां जत्था पोर्ट सूडान से 326 यात्रियों को लेकर जेद्दाह के लिए रवाना हुआ है।”

आठवें जत्थे में वापस लौटे थे 121 लोग

इससे पहले, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया था कि भारतीय नागरिकों के आठवें जत्थे को सूडान से सुरक्षित निकाला गया और जेद्दाह हवाई अड्डे पर पहुंचा दिया गया। इस जत्थे में 121 लोग शामिल थे, जिनमें भारतीय दूतावास के अधिकारियों के परिवार के सदस्य भी शामिल थे, जो सूडान में रहते थे।

मुरलीधरन ने ट्वीट किया, “एक साहसी रेस्क्यू! 121 भारतीयों का 8वां जत्था वाडी सीदना, सूडान से IAF C 130J द्वारा जेद्दाह पहुंचा। यहां से लोगों को निकालना थोड़ा कठिन था, क्योंकि यह स्थान खार्तूम के आसपास है। हमारे दूतावास के अधिकारियों के परिवार के सदस्य भी इस समूह का हिस्सा थे। #ऑपरेशन कावेरी।”

सूडान में करीब 4 हजार भारतीय

खार्तूम में भारतीय दूतावास की वेबसाइट के अनुसार, सूडान में लगभग 2,800 भारतीय नागरिक थे। इसके अलावा, लगभग 1,200 लोगों का एक बसा हुआ भारतीय समुदाय भी था, जो लगभग पिछले 150 वर्षों से सूडान में रह रहे हैं।

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