राम मंदिर के शिखर का निर्माण कार्य हुआ शुरू

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर के शिखर का निर्माण कार्य नवरात्रि के पहले दिन यानी बृहस्पतिवार को शुरू हो गया। यह कार्य चार महीने में पूरा होने की उम्मीद है। शिखर का निर्माण में लगभग 60 हजार घन फीट पत्थरों किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि 161 फुट ऊंचे राम मंदिर के शिखर का निर्माण अगले चार महीने में पूरा होने की उम्मीद है।

‘राम मंदिर के निर्माण में तेजी लाने की बनाई योजना’
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने एक बयान में कहा कि मंदिर के शिखर के निर्माण की शुरुआत के साथ ही परिसर में सात ऋषियों को समर्पित सात मंदिरों के निर्माण में भी तेजी आई है और इनके भी अगले चार महीने में बनकर तैयार हो जाने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण में तेजी लाने के लिए बृहस्पतिवार से तीन दिवसीय समीक्षा बैठक की योजना बनाई गई है, जिसमें मजदूरों की कमी होने पर उनकी संख्या बढ़ाने के तरीकों और जरूरत पड़ने पर तकनीकी टीम को विस्तार देने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।

नागर शैली से ही होगा शिखर का निर्माण
जानकारी के मुताबिक, नागर शैली में बनने वाले मंदिर में शिखर का निर्माण भी इसी शैली में किया जा रहा है। शिखर को सोमपुरा आर्किटेक्ट्स ने डिजाइन किया है, जिसे पहले ही ट्रस्ट ने फाइनल कर दिया था। शिखर पर धर्म ध्वज भी होगा। मंदिर के शिखर का निर्माण सबसे मुश्किल माना जाता है।

22 जनवरी को हुई थी प्राण-प्रतिष्ठा
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को की गई थी। नवंबर 2019 में उच्चतम न्यायालय की पांच न्यायाधीशों की पीठ ने अयोध्या की विवादित जमीन को राम जन्मभूमि मंदिर बनाने के लिए एक ट्रस्ट को सौंपने का आदेश दिया था। वहीं, शीर्ष अदालत ने सरकार को सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए किसी अन्य स्थान पर पांच एकड़ जमीन देने का भी निर्देश दिया था। 

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