अभी अभी: शिलान्यास समारोह के तुरंत बाद शुरू हो जाएगा बुलेट…!

नई दिल्ली: अब से कुछ ही घंटों के बाद भारत में पहली बुलेट ट्रेन के निर्माण का काम शुरू होने जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे एकसाथ मिलकर इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने वाले हैं। अहमदाबाद में शिलान्यास समारोह के लिए मंच सज चुका है और वहां की सुरक्षा जांच की जा रही है।
अहमदाबाद से लेकर मुंबई के बीच बनने वाले 508 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शिलान्यास समारोह के तुरंत बाद शुरू हो जाएगा। करीब 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत के इस प्रोजेक्ट पर जापान बड़ी भागीदारी निभा रहा है। वैसे तो इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन 2023 रखी गई है, लेकिन रेल मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि निर्माण काम तेजी से किया जाएगा और डेडलाइन से एक साल पहले ही 15 अगस्त 2022 को पहली बुलेट ट्रेन का उद्घाटन कर दिया जाएगा।
शिलान्यास समारोह के साथ ही बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर आज सबसे पहले बड़ोदा में ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद एलिवेटेड पुलों के निर्माण का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट पर आने वाले पांच सालों में हर साल लगभग 20 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा। प्रोजेक्ट की कुल लागत 1,10,000 करोड़ रुपए है, जिसमें से जापान 88,000 करोड़ रुपए का लोन अगले 50 सालों के लिए दे रहा है। इस लोन पर 0.1% का ब्याज लिया जाएगा जो बेहद कम होगा।
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350 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन में एक अनुमान के मुताबिक, हर दिन लगभग 36,000 लोग सफर करेंगे। शुरुआत में 10 कोच वाली बुलेट ट्रेन 350 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ाई जाएगी, जिसे आगे और बढ़ाया जाएगा। साबरमती से लेकर मुंबई के बांद्रा कुर्ला काम्पलेक्स तक 508 किलोमीटर की दूरी ये ट्रेन 2 घंटे 7 मिनट में पूरी करेगी।
इस रूट पर 12 स्टेशन बनाए जांएगे, जिसमें शुरुआत के दौरान चार स्टेशनों पर ही ट्रेन रुकेगी। सभी 12 स्टेशनों पर जब ट्रेन रुकेगी तब 508 किमी की दूरी तय करने में लगभग 3 घंटे का समय लगेगा। इस रूट का 96% हिस्सा एलिवेटिड होगा, यानी बुलेट ट्रेन पुल के ऊपर बिछाए गए ट्रैक से गुजरेगी, जबकि करीब 27 किमी हिस्सा सुरंग के अंदर और 12 किमी हिस्सा जमीन पर होगा।