केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर दिए अपने बयान पर घिरे कांग्रेस नेता अजय राय…

अमेठी की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर दिए अपने बयान पर कांग्रेस नेता अजय राय घिर गए हैं। यही नहीं यूपी के अपने प्रांतीय अध्यक्ष के बयान पर कांग्रेस भी घिरती दिख रही है। अजय राय ने सोमवार को अमेठी का जिक्र करते हुए कहा था कि यह सीट तो गांधी परिवार की है और हम चाहेंगे कि राहुल गांधी यहां से फिर चुनाव लड़ें। इसके आगे उन्होंने कहा था कि स्मृति ईरानी तो बाहरी हैं। वह अमेठी में कोई काम नहीं करती हैं और लटके-झटके देकर चली जाती हैं। उनकी इसी टिप्पणी को लेकर बवाल मच गया है। स्मृति ईरानी ने इस पर सीधे गांधी परिवार और राहुल गांधी पर ही हमला बोला दिया है। 

पहले तो उन्हें ट्वीट कर राहुल गांधी को चुनौती दे डाली कि आपके प्रांतीय नेता ने अमेठी से चुनाव में उतरने का ऐलान किया है। अब आप कायम रहेंगे या फिर डर के मारे पीछे हट जाएंगे? इसके अलावा इसी ट्वीट में उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए लिखा था, ‘आपको और आपकी मम्मी जी को अपने महिला विरोधी नेताओं के लिए एक नई स्पीच राइटर की जरूरत है।’ यही नहीं बाद में उन्होंने बयान देकर कहा, ‘क्या गांधी परिवार को ऐसी भाषा पसंद है। अभद्र भाषा कांग्रेस के संस्कारों को प्रदर्शित करती है। स्मृति ईरानी ने कहा कि मेरे खिलाफ गांधी परिवार के लोगों की मौजूदगी में भी अभद्र बयान दिए गए हैं। गांधी परिवार ऐसे लोगों को उत्साहित करता है और उन्हें अभद्र बयान के लिए तमगे देता है।’ 

स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को भी लगता है कि इस तरह की बयानबाजी पर आलाकमान उन्हें तरक्की देगा। एक तरफ अजय राय की टिप्पणी को भाजपा राजनीतिक तौर पर भुना रही है तो वहीं कानूनी कार्रवाई भी करने की तैयारी है। रॉबर्ट्सगंज में अजय राय के खिलाफ भाजपा की एक महिला नेता ने केस दर्ज कराया है और पुलिस का कहना है कि वह इस मामले में अजय राय से पूछताछ कर सकती है। इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी अजय राय को नोटिस जारी कर 28 दिसंबर तक जवाब देने के लिए कहा है। 

क्या कहा था अजय राय ने, जिस पर छिड़ा है बवाल

इस बीच अजय राय अपनी बात पर कायम हैं और माफी मांगने से इनकार किया है। अजय राय का कहना है कि हमारे काशी की तो यह भाषा ही है कि आप लटक कर बोल रहे हैं, झटक कर बोल रहे हैं। हम इसके लिए माफी नहीं मांगेंगे। अजय राय ने कहा था, ‘अमेठी में रेल का कारखाना हो या फिर कोई कॉलेज हो तो फिर उसमें गांधी परिवार का ही योगदान था। स्मृति इरानी तो आती हैं और लटके-झटके देकर चली जाती हैं। अमेठी की सीट हमेशा से गांधी परिवार की सीट रही है। हम अपने नेताओं से मांग करेंगे कि वे अमेठी से ही चुनाव लड़ेंगे।’

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