पैरा आर्म रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप के डबल गोल्ड विजेता सूर्य प्रताप शर्मा को डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने दी बधाई

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सूर्य प्रताप शर्मा ने पैरा आर्म रेसलिंग (पंजा कुश्ती) वर्ल्ड चैंपियनशिप (आईएफए) में दमदार प्रदर्शन करते हुए दो स्वर्ण व दो कांस्य पदक जीतते हुए देश का परचम लहराते हुए उत्तर प्रदेश का भी नाम रोशन किया। फ्रांस के डाइपी में गत 24 सितंबर से दो अक्टूबर, 2022 तक हुई इस चैंपियनशिप में स्वर्णिम चमक बिखेरने वाले देवरिया जिले के मूल निवासी सूर्य प्रताप शर्मा ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय से मुलाकात की। डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने इस मुलाकात में वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतने के लिए सूर्य प्रताप को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य के लिए कामना की। उन्होने कहा कि सूर्य प्रताप ने अपनी इस सफलता से पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। मै आपके लिए जो भी बेहतर संभव होगा, वो सुविधा आपको दिलाने के लिए प्रयास करूंगा। इसके साथ ही मेरा ये भी प्रयास होगा कि इस प्रतिभाशाली आर्म रेसलर को उसकी इस उपलब्धि के लिए राज्य सरकार की ओर से नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाये। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से खिलाड़ी कोटे से नौकरी भी प्रदान की जाये।

बताते चलें कि सूर्य प्रताप शर्मा देवरिया के रहने वाले है। दोनों पैरो से दिव्यांग सूर्य प्रताप ने फ्रांस में हुई पैरा आर्म रेसलिंग (पंजा कुश्ती) वर्ल्ड चैंपियनशिप में 86 किग्रा भार वर्ग में दोहरे स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने बाएं व दाएं दोनों हाथों की स्पर्धाओं में इस सफलता से सबको चौंका दिया। इसके बाद उन्होने 86 किग्रा से अधिक ओपन श्रेणी में भी दो कांस्य पदक जीते। सूर्य प्रताप ने यह दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है। इससे पहले उन्होंने पोलैंड में हुए पैरा आर्म रेसलिंग वर्ल्ड कप-2017 में 65 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। सूर्य प्रताप को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने साल 2021 में आर्म रेसलिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति पदक प्रदान कर सम्मानित किया था। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 2019 में सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग खिलाड़ी का पुरस्कार पाने वाले सूर्य प्रताप शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 4 स्वर्ण, एक रजत व तीन कांस्य पदक जीते है। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उन्होंने 12 स्वर्ण, दो रजत व चार कांस्य पदक पदक अपने नाम किए है।

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