कलेक्टर टीना डाबी जब अचानक पहुंच गईं स्पा सेंटर, संचालक ने दरवाजा ही नहीं खोला

बाड़मेर जिले में सफाई अभियान के दौरान स्पा सेंटर पर शक होने पर जिला कलेक्टर टीना डाबी, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने स्पा संचालक को दरवाजा खोलने को कहा तो उसने गेट नहीं खोला। बाद में कलेक्टर ने सख्ती दिखाते हुए प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस की सहायता से अनैतिक कार्य करते दो युवक और पांच युवतियों को दस्तयाब करवाया।

इस दौरान एडीएम को स्पा संचालक के गेट न खोलने पर कूदकर सेंटर के अंदर घुसना पड़ा। इस कार्रवाई में महिला पुलिसकर्मियों का सहयोग लिया गया। चूंकि स्पा में कुछ युवतियों के अनैतिक कार्य करने की सूचना मिली थी, जिस पर मौके पर पहुंचकर जिला कलेक्टर टीना डाबी ने सफाई अभियान के दौरान स्पा संचालक को गेट खोलने को बोला। लेकिन जब उसने गेट नहीं खोले तो एडीएम राजेंद्र सिंह ने छत से ऊपर जाकर अंदर कूदकर दरवाजे खुलवाए। उनके अंदर जाने पर दो युवक और पांच युवतियां अनैतिक कार्य करते पाए गए। घटना शहर के चामुंडा चौराहे की है।

गौरतलब है कि बाड़मेर शहर में पिछले लंबे समय से पुलिस की मिलीभगत से स्पा की आड़ में वेश्यावृत्ति जैसी अनैतिक गतिविधियों का खुलेआम संचालन किया जा रहा है। इसको लेकर बाड़मेर शहर वासियों ने कई बार प्रदर्शन कर स्पा सेंटर को बंद करवाने की भी मांग की गई। लेकिन पुलिस की मेहरबानी से शहर भर में खुलेआम स्पा सेंटरों में मसाज के नाम पर अनैतिक गतिविधियों का संचालन हो रहा है।

लेबर डिपार्टमेंट के लाइसेंस पर चल रहे स्पा सेंटर 
स्पा सेंटर चलाने के लिए यह लोग पहले लेबर डिपार्टमेंट से लाइसेंस जारी करवाते हैं। इसके बाद पश्चिम बंगाल, यूपी, बिहार और नेपाल से लड़कियां बुलाकर स्पा सेंटर की आड़ में वेश्यावृत्ति का धंधा चलाते हैं। कई बार पुलिस ने पीटा एक्ट के तहत इन अवैध स्पा सेंटर के विरुद्ध कार्रवाई की है। लेकिन निरंतर कार्रवाई के अभाव में जमानत पर छूटने के बाद यह लोग फिर से यही काम शुरू करते हैं। यह खेल बाड़मेर जिले के कई रहवासी इलाकों में चल रहा है, जिसको लेकर स्थानीय लोग शिकायतें भी कर रहे हैं। ऐसे में बुधवार को जिला कलेक्टर टीना डाबी ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।

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