कोविड-19 व डेंगू के उपचार के लिए 17 परियोजनाओं का सीएम योगी ने किया लोकार्पण
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को कोविड-19 व डेंगू के उपचार के लिए लेवल टू व थ्री के लैब समेत 17 रियोजनाओं का आनलाइन लोकार्पण और आरंभ किया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश में टीम भावना से कार्य हो रहा है। योगी ने कहा कि पिछले 8 माह से पूरी दुनिया एक महामारी से जूझ रही है। सदी की पहली महामारी होने के कारण हर तबके ने इस महामारी के साथ एक नया अनुभव साझा किया और समाधान का मार्ग निकाला है।
उन्होंने कहा कि हम सबने इन चुनौतियों को अवसर में बदलने के साथ ही धैर्य से मुकाबला किया है। अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों ने भी कोविड-19 के मैनेजमेंट को लेकर उत्तर प्रदेश के प्रबंधन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन तथा केंद्र और राज्य सरकार के समन्वित प्रयास से संभव हो सका है। प्रदेश में शासन प्रशासन की टीम ने बेहतर परिणाम लाने में सफलता हासिल की है।
योगी ने कहा कि अब तक कोरोना वायरस के एक करोड़ 80 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की जा चुकी है जो एक रिकार्ड है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का पहला केस यहां आया तो हमारे पास बेड और जांच की सुविधा नहीं थी लेकिन प्रयास शुरू हुए और पहले प्रतिदिन 72 जांच करने की क्षमता थी, लेकिन कल एक दिन में एक लाख 45 हजार नमूनों की जांच हुई।
योगी ने कहा कि हम लोगों ने न केवल कोविड-19 प्रबंधन को आगे बढ़ाया है। बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों पर भी प्रभावी नियंत्रण किया है। योगी ने कहा कि जब मैं 1998 में सांसद बना तो गोरखपुर के जिस मेडिकल कालेज में इंसेफेलाइटिस से सालाना 800 से 1500 मौत होती थी। वहां इस बार सिर्फ 21 मौत हुई है। आगे वह भी न हो इसके लिए प्रयास चल रहा है।