अभी अभी : जिसका डर था वही हुआ- अब नीतीश कुमार ने उठाया सबसे बड़ा कदम, उड़ा दिए सबके होश
नई दिल्ली। बिहार में सीएम नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन खत्म किए जाने के बाद से ही उनके और जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शरद यादव में घमासान छिड़ा हुआ है। यह लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। और अब ये जंग चुनाव आयोग जा पहुंची है।
बीते दिनों शरद यादव अपने गुट के साथ चुनाव आयोग पहुंचे थे। उन्होंने आयोग से दावा किया था कि असली जेडीयू पार्टी उनकी है और नीतीश की नकली है। शरद यादव के असंतुष्ट गुट ने 17 सितंबर को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। वहीं अब इस मामले में नीतीश कुमार ने बड़ा कदम उठाया है। नीतीश के इस कदम से शरद यादव को तगड़ा झटका लग सकता है।
खबरों के मुताबिक, शरद यादव के बाद अब नीतीश कुमार गुट भी अपनी याचिका लेकर चुनाव आयोग पहुंच गया है। नीतीश गुट का कहना है कि पार्टी के ज़्यादातर सांसद, विधायक और पदाधिकारी नीतीश कुमार के साथ हैं लिहाज़ा उनका गुट असली पार्टी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी, आरसीपी सिंह, ललन सिंह और संजय झा इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।
आपको बता दें कि शरद के दल ने 25 अगस्त को चुनाव आयोग के सामने पार्टी और निशान पर अपना दावा किया था। इसके बाद नीतीश दल के नेता आरसीपी सिंह और पार्टी के महासचिव संजय झा ने बीते मंगलवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के सामने शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता रद्द करने की मांग रखी, लेकिन चुनाव आयोग के फैसले से पहले इस मामले पर कुछ नही कहा जा सकता।
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शरद यादव की अगुआई वाले असंतुष्ट गुट ने 17 सितंबर को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस गुट ने आठ अक्तूबर को राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई है। इस सम्मेलन में प्रस्तावना पारित कर यह गुट शामिल प्रतिनिधियों के दस्तखत वाले दस्तावेज चुनाव आयोग में जमा करेगा।
शरद गुट ने नीतीश कुमार को वैध तरीके से पार्टी का अध्यक्ष चुनने का आरोप लगाया है। अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पार्टी की 2016 के कथित संगठनात्मक चुनाव में संविधान और नियमों का घोर उल्लंघन किया गया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के क्रियाकलापों को काफी दिनों तक बदार्श्त किया गया। लेकिन अब उनके सब्र की सीमा टूट गई है।